चंडीगढ़, 30 सितंबर (एजेंसी)
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा उठाए गए मुद्दों के समाधान को लेकर सस्पेंस पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रमुख और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच बृहस्पतिवार की शाम को दो घंटे तक चली बैठक के बाद भी जारी है। पंजाब भवन में बैठक को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है। गौरतलब है कि ‘दागदार’ अधिकारियों और मंत्रियों की नियुक्ति पर मतभेद को लेकर दो दिन पहले ही सिद्धू ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है। पंजाब भवन से चन्नी पहले, शाम करीब छह बजे जबकि सिद्धू उसके आधे घंटे बाद बाहर निकले। पार्टी के किसी भी नेता ने बैठक में क्या हुआ इसपर मीडिया से बात नहीं की। आज दिन में सिद्धू मुख्यमंत्री चन्नी से मिलने के लिए पटियाला से चंडीगढ़ आए। गौरतलब है कि चन्नी ने कल सिद्धू से बात करके समस्याओं को बातचीत के जरिए सुलझाने की पेशकश की थी। चन्नी के साथ बैठक से ठीक पहले सिद्धू ने राज्य के नवनियुक्त डीजीपी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान मामले में दो युवकों को गलत तरीके से फंसाया और बादल परिवार को क्लीन चिट दे दिया। सिद्धू ने कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख पद से मंगलवार को इस्तीफा दिया था।
अमरेंद्र सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने के बाद और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू के अपने पद से इस्तीफा दे देने से कांग्रेस की पंजाब इकाई में उथल-पुथल मची है। नई कैबिनेट और अन्य शीर्ष अधिकारियों की हालिया नियुक्तियों को लेकर पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी खुल कर सामने आ गई। बुधवार को पत्रकारों से चन्नी ने कहा था, ‘मैंने आज सिद्धू साहब से टेलीफोन पर बात की है। पार्टी सर्वोच्च है, सरकार पार्टी की विचारधारा को स्वीकार करती है और उसका पालन करती है। (मैंने उनसे कहा कि) आप आओ, बैठो और बात करो।’ उन्होंने कहा, “अगर आप (सिद्धू) को लगता है कि कुछ गलत है, तो बता सकते हैं।’ सिद्धू की प्रतिक्रिया के बारे में पूछे जाने पर चन्नी ने कहा कि नेता ने उनसे कहा कि वह बैठेंगे और बात करेंगे, और उन्हें बैठक के लिए समय देंगे।
बहुत हुआ, सीएम की सत्ता को कमतर न करें : जाखड़
कांग्रेस की पंजाब इकाई में चल रही उथल-पुथल के बीच, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री के अधिकार को बार-बार कम करने के प्रयासों को अब खत्म किया जाना चाहिए। उनकी यह टिप्पणी नवजोत सिद्धू की उस घोषणा के बाद आई है कि वह बातचीत के लिए यहां मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात करेंगे। जाखड़ ने यह भी कहा कि राज्य के महाधिवक्ता और राज्य पुलिस प्रमुख के चयन पर लगाए जा रहे “आक्षेप” वास्तव में मुख्यमंत्री की “ईमानदारी पर सवाल” उठा रहे हैं। सिद्धू ने पुलिस महानिदेशक और राज्य के महाधिवक्ता की नियुक्ति पर सवाल उठाए हैं। जाखड़ ने ट्वीट किया, “बहुत हो गया। मुख्यमंत्री के अधिकारों को बार-बार कमतर करने के प्रयासों को समाप्त करें। एजी और डीजीपी के चयन पर लगाए जा रहे आक्षेप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री की ईमानदारी/क्षमता पर सवाल उठा रहा है जिन्हें परिणाम देने के लिए लाया गया है। अब समय दृढ़तापूर्वक अपनी बात कहने और कठिन स्थिति को सुलझाने का है।’ मुख्यमंत्री पद के लिए जाखड़ दौड़ में सबसे आगे थे लेकिन पार्टी ने बाद में चन्नी को चुना। सिद्धू के पंजाब कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के बाद जाखड़ ने पूर्व क्रिकेटर पर कटाक्ष किया था और कहा था, ‘यह सिर्फ क्रिकेट नहीं है!’