नयी दिल्ली, 19 जनवरी (एजेंसी)
आईआईटी में दाखिले के लिये संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) और चिकित्सा संकाय में दाखिले के लिये नीट के पाठ्यक्रम वर्ष 2021 में अपरिवर्तित रहेंगे। छात्रों को जेईई और नीट परीक्षा में सीमित प्रश्नों का उत्तर देने का विकल्प दिया जायेगा। शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय के अनुसार, ‘जेईई-मेंस 2021 का पाठ्यक्रम पिछले वर्ष के समान ही रहेगा। हालांकि छात्रों के लिए प्रश्नपत्र के 90 सवालों में से 75 का जवाब देने का विकल्प होगा।’ 90 सवालों में 30-30 सवाल गणित, रसायन शास्त्र और भौतिकी से रहेंगे और उनमें से 75 सवालों (हर विषय के 25-25 ) के उत्तर देने होंगे। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि नीट (यूजी) 2021 परीक्षा के पैटर्न की अभी घोषणा की जानी है। देश के कुछ बोर्डों द्वारा पाठ्यक्रम कम करने को ध्यान में रखते हुए नीट (यूजी) 2021 प्रश्नपत्र में भी जेईई मेंस की तर्ज पर विकल्प दिये जायेंगे।
दाखिला मानदंड में छूट : केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एनआईटी और केंद्र पोषित तकनीकी संस्थानों में दाखिले के मानदंड में मंगलवार को छूट देने की घोषणा की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट किया कि आईआईटी जेईई (एडवांस) और पिछले वर्ष के अकादमिक वर्ष में किये गए निर्णय के अनुरूप शैक्षणिक सत्र 2021-22 में एनआईटी, आईआईआईटी, स्कूल आफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) एवं अन्य केंद्र पोषित तकनीकी संस्थानों में दाखिले के लिये संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) के लिये 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक के अर्हता मनदंड को हटाने का फैसला किया गया है।