चंडीगढ़, 3 मार्च (ट्रिन्यू)
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि राज्य की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए निजी क्षेत्र सेक्टर की नयी नौकरियों में स्थानीय युवाओं को 75 प्रतिशत आरक्षण का सिर्फ ढोंग पीट रही है। जमीनी सच्चाई यह है कि प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां हैं ही नहीं। वहीं सरकारी नौकरियों को इस सरकार द्वारा षड्यंत्र के तहत लटकाया और रद्द किया जा रहा है। बुधवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में सैलजा ने कहा कि प्रदेश का युवा सरकार की नीतियों से हताश और निराश हो चुका है। सैलजा ने कहा कि इस सरकार की नाकामियों से प्रदेश में उद्योग-धंधे चौपट हैं। बेरोजगारी लगातार बढ़रही है। सीएमआईई के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश की बेरोजगारी दर पूरे देश में सर्वाधिक है। प्रदेश में प्राइवेट सेक्टर में नयी नौकरियां हैं ही नहीं तो युवाओं को रोजगार कैसे मिलेगा?
उन्होंने कहा कि हालात यह बन चुके हैं कि वर्षों से कार्यरत कर्मियों की ही नौकरियां जा रही हैं। सैलजा ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर में 50 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन से ऊपर वाली नौकरियों में प्रदेश के युवाओं को 75 प्रतिशत आरक्षण क्यों नहीं दिया जाएगा। उद्योग-धंधों के लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग डिपार्टमेंट से एग्रीकल्चर जमीन के चेंज ऑफ लैंड यूज (सीएलयू) जारी किए जाते हैं। इसके तहत यह प्रावधान है कि ऐसे उद्योग-धंधों के लिए तकनीकी को छोड़कर 75 प्रतिशत रोजगार हरियाणा के डोमोसाइल प्राप्त निवासियों को देना है, लेकिन इसे सरकार द्वारा सही तरीके से लागू क्यों नहीं किया गया।