चंडीगढ़, 12 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के गांवों में बृहस्पतिवार (13 मई) से अध्यापक भी कोरोना ड्यूटी देते हुए नजर आएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना लेकर बिगड़ रहे हालातों को देखते हुए सरकार ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के लिए दूसरे विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी लगानी शुरू कर दी है। साढ़े 7 हजार शिक्षकों की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है। बुधवार को शिक्षा निदेशालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों तथा मौलिक शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए। सरकार ने गांवों में शुरू होने वाले जांच अभियान को हरियाणा विलेजर जनरल हेल्थ चेकअप स्कीम (एचवीजीएससीएस) का नाम दिया है। सरकार ने विज्ञान अध्यापकों को पेशेंट केयर सहायक के रूप में तैनात करने के निर्देश दिए हैं। आशा वर्कर, महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत आती आंगनवाड़ी वर्कर, विकास एवं पंचायत विभाग के अधीन आते ग्राम सचिवों तथा बीडीपीओ को भी कोरोना ड्यूटी में लगाया है। सरकार ने प्रदेश के सभी बीडीपीओ को निर्देश दिए हैं कि जिन गांवों में महिला पंच नहीं हैं, वहां वह अपनी तरफ से महिला प्रतिनिधियों को नियुक्त करेंगे। सरकार ने सभी गांवों की महिला पंचायत सदस्यों को भी हेल्थ इमरजेंसी का हवाला देकर निर्देश जारी किए गए हैं कि वह अपने-अपने गांवों में स्टाफ का सहयोग करें। एचवीजीएचसीएस के शुरू होने से पहले सभी विभागों के कर्मचारियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया है। अध्यापकों को निर्देश दिए हैं कि वह सहयोगी के रूप में काम करेंगे।