नयी दिल्ली, 12 मई (एजेंसी)
खुदरा मुद्रास्फीति की रफ्तार अप्रैल में कुछ धीमी पड़कर 4.29 प्रतिशत रही है। इससे पहले मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति 5.52 प्रतिशत रही थी। रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति तय करते समय मुख्य रूप से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है। आईसीआरए की प्रधान अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि अप्रैल 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान आपूर्ति बाधाओं के चलते सूचकांक का आधार ऊंचा रहा, उसे देखते हुये अप्रैल 2021 में सीपीआई मूद्रास्फीति तीन महीने के सबसे कम स्तर पर चली गयी। हालांकि यह आंकड़ा भी उम्मीद से ऊंचा ही लगता है।