नयी दिल्ली, 21 जुलाई (एजेंसी)
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बुधवार को स्कूलों के 12वीं कक्षा के परिणाम को अंतिम रूप देने के लिए समय-सीमा 25 जुलाई तक बढ़ा दी। परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने यह जानकारी दी। इससे पहले समय-सीमा 22 जुलाई थी। भारद्वाज ने एक सरकारी आदेश में कहा, ‘परीक्षा परिणाम तैयार करने की अंतिम तारीख नजदीक आने के साथ ही शिक्षक तनाव में आ रहे हैं और त्रुटियां कर रहे हैं। वे सीबीएसई को इन गलतियों को सही करने के लिए अनुरोध भेज रहे हैं। सीबीएसई इस लिहाज से स्कूलों और शिक्षकों के सामने आ रही समस्याओं से भलीभांति वाकिफ है। इसे देखते हुए सीबीएसई ने अंतिम तारीख 22 जुलाई से बढ़ाकर 25 जुलाई करने का फैसला किया है।’
कोरोना की दूसरी लहर के मद्देनजर बोर्ड परीक्षाएं निरस्त कर दी गयी थीं और स्कूलों को 10वीं और 12वीं कक्षाओं के लिए सीबीएसई द्वारा घोषित अलग वैकल्पिक मूल्यांकन नीति का इस्तेमाल करते हुए परीक्षा परिणाम तैयार करने का काम सौंपा गया। हालांकि सीबीएसई ने यह स्पष्ट नहीं किया कि स्कूलों के लिए समय-सीमा बढ़ाने से परिणाम घोषित करने में देरी होगी या नहीं, जो 31 जुलाई तक घोषित किये जाने हैं।
प्राइवेट छात्रों के लिए परीक्षाएं 16 अगस्त से
सीबीएसई ने बुधवार को कहा कि प्राइवेट परीक्षार्थियों के लिए कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 16 अगस्त से 15 सितंबर तक आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा कि उनका परिणाम भी जल्द से जल्द घोषित किया जाएगा। बोर्ड ने नियमित छात्रों के लिए वैकल्पिक मूल्यांकन नीति के आधार पर प्राइवेट अभ्यर्थियों के परिणाम घोषित करने से इनकार करते हुए कहा कि न तो स्कूलों और न ही सीबीएसई के पास इन छात्रों के लिए कोई पिछला मूल्यांकन रिकॉर्ड है। इससे पहले दिन में, व्यक्तिगत अभ्यर्थियों के एक समूह ने सीबीएसई मुख्यालय के बाहर उनके और नियमित छात्रों के बीच भेदभाव का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।