हरीश लखेड़ा/ ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 23 सितंबर
कोरोना फैलने की आशंका और कृषि बिलों पर मचे सियासी घमासान के बीच संसद का मानसून सत्र तय समय से 8 दिन पहले बुधवार को समाप्त कर दिया गया। इस सत्र में विवादित कृषि बिलों समेत 25 बिल पारित किए गये। विपक्ष के बहिष्कार के बीच सत्र के अंतिम दिन दोनों सदनों की बैठकें हुईं। विपक्षी दलों के सांसदों ने कृषि बिलों के विरोध आैर राज्यसभा के 8 सांसदों का निलंबन समाप्त करने की मांग पर संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया व मार्च निकाला।
मानसून सत्र समय से पहले समाप्त हो जाने के बाद अब सत्तापक्ष व विपक्ष कृषि बिलों की सियासी जंग जनता के बीच लड़ने की तैयारी में हैं। इस जंग की पहली परीक्षा बिहार चुनाव में होगी।
एक अक्तूबर तक चलना था : 14 सितंबर से शुरू हुआ मानसून सत्र एक अक्तूबर तक चलना था। सासंदों व केंद्रीय मंत्रियों के लगातार कोरोना की चपेट में आने के कारण सरकार ने 10वें दिन ही सत्र को समाप्त करने का फैसला कर लिया। विपक्ष ने भी सत्र की बची अवधि के लिए संसद की बैठकों का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया था।