चंडीगढ़, 23 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने हरियाणा सरकार द्वारा कोरोना महामारी को लेकर खर्च की गई राशि को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरटीआई से हुए खुलासे का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना को लेकर प्रति मरीज पर 26,355 रुपये खर्च किए गए हैं, जो वास्तविकता से परे है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जारी आंकड़े किसी घोटाले की तरफ इशारा कर रहे हैं।
बुधवार को चंडीगढ़ से जारी एक बयान में सैलजा ने कहा कि सरकार को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और जांच करवानी चाहिए। सैलजा ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठा पाई है। सरकार के इंतजाम भी कहीं नजर नहीं आ रहे हैं। इसी वजह से राज्य में हालात दिन-प्रतिदिन भयावह होते जा रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के मामले हमारे प्रदेश में एक लाख से ज्यादा हो चुके हैं। आरटीआई से सामने आया है कि राज्य सरकार ने प्रदेश में कोरोना के लिए 345 करोड़ रुपये खर्च कर दिए हैं, जो प्रति मरीज 26,355 रुपए बनते हैं। सैलजा ने कहा कि धरातल पर कहीं भी यह नहीं दिख रहा कि सरकार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए इतने रुपये खर्च किए हों। इस आरटीआई में सरकार ने जो माना है वो वास्तविकता से परे लगता है।
उन्होंने कहा कि इतना खर्च करने के बाद भी प्रदेश में कोरोना से लड़ने में स्वास्थ्य सेवाएं पर्याप्त नहीं हो पाई हैं। आज भी गरीब कोरोना मरीज को अस्पताल में जगह नहीं मिलती। मजबूरन प्राइवेट अस्पताल में महंगा इलाज करवाना पड़ रहा है। कोरोना योद्धाओं को सुरक्षा उपकरण भी सही तरीके से उपलब्ध नहीं हो पाए। कोरोना योद्धा सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं। प्रदेशाध्यक्ष ने राज्य सरकार कोरोना महामारी पर हुए खर्च को लेकर श्वेत-पत्र जारी करने की मांग की है। कोरोना रिलीफ फंड पर सैलजा ने कहा, सरकार ने कोरोना रिलीफ फंड में मिली 302 करोड़ रुपये की राशि में से सिर्फ 104 करोड़ रुपये ही जारी किए हैं। इसमें मिली राशि का बड़ा हिस्सा अभी तक भी जारी ही नहीं किया है।