अमृतसर, 15 मई (एजेंसी)
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और अमृतसर से 6 बार सांसद रहे रघुनंदन लाल भाटिया का कोरोना के कारण शुक्रवार रात यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 100 वर्ष के थे। उनके परिवार में बेटा रमेश भाटिया, बेटी सरोज मुंजाल और छोटे भाई जेएल भाटिया हैं। रघुनंदन अमृतसर संसदीय सीट से सबसे पहले 1972 में लोकसभा सांसद बने थे। इसके बाद इसी सीट से 1980, 1985, 1992, 1996 और 1999 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते। वह 2004 से 2008 तक केरल और 2008 से 2009 तक बिहार के राज्यपाल भी रहे। इससे पहले 1992 में विदेश राज्यमंत्री के तौर पर भी काम किया। कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य के तौर पर वह पार्टी में पंजाब इकाई के अध्यक्ष तथा महासचिव समेत विभिन्न पदों पर रहे।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने उनके निधन पर शोक जताया। मुख्यमंत्री सिंह ने ट्वीट किया, ‘रघुनंदन भाटिया जी के निधन से दुखी हूं। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे।’ पंजाब कांग्रेस के नेता और विधायक राज कुमार वेरका ने शोक जताते हुए कहा कि भाटिया भारतीय राजनीति के ‘भीष्म पितामह’ थे। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी शोक जताया। खान ने कहा कि भाटिया जी के आचरण और उनकी कुशलता ने उन्हें सार्वजनिक जीवन में सबका ‘रोल मॉडल’ बना दिया। विजयन ने भाटिया के राज्यपाल के कार्यकाल को याद किया और कहा कि वह बेहतरीन सांसद थे।