नयी दिल्ली, 25 जनवरी (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में और विशेष रूप से शिक्षित और समृद्ध समझे जाने वाले शहरी क्षेत्रों में कम मतदान प्रतिशत पर चिंता जताते हुए मंगलवार को कहा कि भारत जैसे जीवंत लोकतंत्र में यह स्थिति बदलनी चाहिए। देशभर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद में मोदी ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से विकास कार्य प्रभावित होते हैं। ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ और ‘एक राष्ट्र, एक मतदाता सूची’ पर चर्चा करने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इन विषयों पर विविध विचार सामने आने चाहिए। उन्होंने मंगलवार को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर कार्यकर्ताओं से यह संवाद किया।
देश में 1951-52 में पहले लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 45 प्रतिशत से 2019 में बढ़कर 67 प्रतिशत होने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला मतदाताओं की भागीदारी में बढ़ोतरी अच्छी बात है, लेकिन आम नागरिकों से लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों को कम मतदान पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देखा गया है कि शिक्षित और समृद्ध समझे जाने वाले शहरी क्षेत्रों में कम मतदान होता है।
हर चुनाव में 75 प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करें
मोदी ने भाजपा के ‘पन्ना प्रमुखों’ और अन्य कार्यकर्ताओं से हर चुनाव में 75 प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने को कहा। प्रधानमंत्री ने कहा कि मतदान किसी सुदृढ़ लोकतंत्र में सबसे पवित्र दान है। उन्होंने मतदान बढ़ाने के लिए अनेक पहल करने के लिए निर्वाचन आयोग की भी प्रशंसा की।