कनीना (निस) : बीते अगस्त में हुई बारिश के जलभराव से खराब हुई कपास की फसल को लेकर बीमा कम्पनी के अधिकारी अब सर्वे रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं। उच्चत गांव के किसान मनीष कुमार, श्योताज, राजीव कुमार, नरेश ने बताया कि बीमा कम्पनी की ओर से जिन किसानों के किसान क्रेडिट कार्ड बैंक से बने हुये थे उनकी कपास की फसल का प्रीमियम काटा गया था। फसल में पानी खड़ा होने पर उसमें 60 फीसदी से अधिक का नुकसान हो गया। कम्पनी ने समय रहते इसका सर्वे नहीं किया। अब किसानों को और अधिक नुकसान होने की आशंका है। बीमा कम्पनी के अधिकारी एवं कर्मचारी गांवों में जाकर किसानों के कोरे आवेदनों पर हस्ताक्षर करा रहे हैं। आशंका है कि उनके द्वारा दिये गये क्लेम के आवेदन डिस्पॉज ऑफ किये जायेंगे। वहीं कृषि निदेशक जसविंद्र सैनी ने कहा कि किसानों के कोरे कागजों पर हस्ताक्षर करवाना गलत है। इस बारे में उन्हें निर्देश दिये जायेंगें।
आज नैना चौटाला का करेंगे घेराव
बाढड़ा, 22 अक्तूबर (निस)
किसान संघर्ष समिति व किसान सभा के बृहस्पतिवार को मुख्य क्रांतिकारी चौक पर आयोजित विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए किसान पदाधिकारियों ने दर्जन भर गांवों का दौरा कर लोगों को 23 अक्तूबर को सुबह दस बजे बाढड़ा पहुंचने कीअपील की।
दूसरी तरफ विधायक नैना चौटाला खंड के 6 माडल संस्कृति स्कूलों उद्घाटन करने बाढड़ा आ रही है, किसान संगठन उनका घेराव कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। किसान सभा हलकाध्यक्ष मा. रघबीर सिंह काकड़ौली की अध्यक्षता में श्यामकलां, लाडावास, काकड़ौली हुक्मी, हड़ौदी, जीतपूरा, उमरवास, जगरामबास इत्यादि दर्जन भर गांवों में पहुंचे पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए संघर्ष समिति संयोजक कमलसिंह मांढी व जाट महासभा जिलाध्यक्ष राजकुमार हड़ौदी ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार के तीन कानूनों के विरोध में आज सारे देश का किसान सड़क पर उतर कर विरोध करने को मजबूर है। प्रदेश सरकार के सांसद व विधायक किसानों की आवाज उठाने की बजाए मूकदर्शक बने हुए हैं।