करनाल, 28 सितंबर (हप्र)
धान की खरीद सुचारू तरीके से न हो पाने से गुस्साये सैकड़ों किसानों और आढ़तियों ने आज करनाल मार्केट कमेटी कार्यालय का घेराव करके रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान मार्केट कमेटी कार्यालय के अधिकारियों के साथ किसानों की जमकर नोकझोंक हुई। गुस्साये किसानों ने कमेटी कार्यालय पर ताला जड़ दिया। आढ़ती एसोसिएशन हरियाणा के अध्यक्ष रजनीश चौधरी ने कहा कि सरकार ने धान खरीद की घोषणा कर दी है लेकिन खरीद एजेंसियां नदारद हैं। उन्होंने कहा कि न तो मंडी में बारदाना है और न ही राईस मिलर आ रहे हैं।
इधर, अधिकारी किसानों को यह समझाने का प्रयास करते रहे कि तीन टीमें करनाल मंडी में हैं। किसानों ने उनकी बात नहीं मानी और प्रदर्शन में जुटे रहे।
सिरसा (निस) : सरकार द्वारा आढ़तियों की गेहूं में लेस्टर लॉस के नाम पर काटी गई राशि जारी कर दी गयी है। लेकिन हैफेड द्वारा आढ़तियों को राशि के चेक जारी नहीं किये गये हैं। इसके विरोधस्वरूप सोमवार को आढ़तियों ने न्यू आढती एसोसिएशन के प्रधान प्रदीप जैन व आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान विनोद मितल की अगुवाई में हैफेड सोसायटी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर रोष जताया। इस मौके पर गुरजीत शर्मा, सुखराम फत्तेवाला, महेश आजाद, संदीप गोयल, जगसीर सिंह, मेघ राज, राजेश नीटा, अशोक कुमार, टेक चंद, संजीव चलाना, बिल्लू जैन, शाम लाल, ओमप्रकाश बाजपेयी भ्ाी मौजूद थे।
इन्द्री (निस) : इन्द्री अनाज मंडी में धान की सरकारी खरीद नहीं होने के कारण आढ़तियों व किसानों ने रोष जताया। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान सतपाल बैरागी ने बताया कि आज स्टेट वेयर हाउस एजेंसी का खरीद करने का दिन था लेकिन उन्होंने बारदाना न होने की बात कही। आज की खरीद के लिये किसानों के पास कोई संदेश नहीं है, गेट पास नहीं कट रहे हैं और न ही आढ़तियों के पास बारदाना है। इस बारे एसडीएम ने कहा कि वे उपायुक्त से बातकर ही कोई जानकारी दे सकते हैं। यह स्टेट का मामला है।
पिहोवा (निस) : अनाजमंडी में पड़ी जीरी की फसल खरीद न होने से गुस्साए किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया तथा अम्बाला -हिसार रोड पर जाम लगा दिया। नाराज किसानों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पुतला फूंका तथा मुख्यमंत्री व खेलमंत्री संदीप सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। धरने का नेतृत्व कांग्रेस नेता एवं किसान हरमनदीप सिंह विर्क ने किया। एसडीएम सोनू राम, डीएसपी गुरमेल सिंह मौके पर पहुंचे तथा मंगलवार को खरीद शुरू करने का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। इस मौके पर राजीव शर्मा, लखविंद्र सिंह, निशान सिंह, सुखविंद्र सिंह, मनजीत विर्क, मनजिंदर सिंह व मनजीत सिंधु भी मौजूद थे।
नरवाना (अस) : किसानों के पास 1 क्विंटल तथा 3 क्विंटल धान की खरीद का मैसेज पहुंच रहा है। इससे किसान परेशान हैं। किसान रामशरण व दिलबाग ने बताया कि उनके पास लगभग 10 एकड़ में लगभग 350 क्विंटल धान की फसल हुई है। मैसेज केवल 4 क्विंटल धान के लिये आये हैं।
किसानों, आढ़तियों ने किया प्रदर्शन
कुरुक्षेत्र (हप्र) : धान की सरकारी खरीद तीसरे दिन सोमवार को भी न होने के कारण किसानों-आढ़तियों तथा मजदूरों ने नई अनाजमंडी में सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर धरना दिया। वहां लगे मुख्यमंत्री के पोस्टरों को फाड़कर आग के हवाले कर दिया। इस दौरान किसानों का गुस्सा देखकर सभी कर्मचारी कार्यालय को बंद करके कार्यालय से बाहर आ गए। मार्केट कमेटी के कर्मचारी तथा सचिव हरजीत सिंह पोर्टल न चलने की बात कहते रहे। किसानों ने आरोप लगाया कि उनकी धान पिछले 10 से 15 दिनों से मंडी में पड़ी हुई है। सरकार ने 26 सितंबर से खरीद की घोषणा भी कर दी है लेकिन कल एक सरकारी एजेंसी ने 1-2 सरकार के चहेते आढ़तियों से धान खरीदने के अलावा नमी की बात कहकर किसी भी आढ़ती के पास से किसान की धान नहीं खरीदी। इस अवसर पर मुख्य रूप से किसान नेता, रामदिया, संजीव, कुलदीप, अक्षय इत्यादि किसानों की अगुवाई कर रहे थे। एक किसान ने आत्मदाह की चेतावनी भी दी।
दो या तीन क्विंटल धान लाने के मैसेज से भड़के किसान
घरौंडा (निस) : सरकारी खरीद शुरू होने के बाद सरकार ने दो या तीन क्विंटल धान मंडी में लेकर आने के मैसेज किसानों के पास भेजने शुरू कर दिए हैं। खरीद नीति से भड़की भारतीय किसान यूनियन ने किसानों के साथ घरौंडा मार्केट कमेटी कार्यालय में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार एक व दो क्विंटल धान मंडी में लाने के मैसेज भेजकर उनके साथ भद्दा मजाक कर रही है। किसान यूनियन ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर भाकियू के जिला महासचिव जगदीप सिंह औलख, किसान सुभाष बरसाना, राजेश गुढा, बलकार बसताड़ा, मनीष घरौंडा, पन्ना लाल गुढा, ताराचंद, सुभाष व अन्य किसान भी मौजूद थे।
मंडी एसोसिएशन ने किया धान खरीद नीति का विरोध : प्रदेश सरकार की पीआर धान खरीद नीति का मंडी आढ़तियों ने विरोध कर दिया। सरकार की नीतियों को अस्पष्ट करार देते हुए आढ़ती एसोसिएशन ने ऐलान किया कि मंडी का कोई भी आढ़ती धान प्रक्रिया में सहयोग नहीं करेगा। 29 सितंबर को मंडी आढ़ती एसोसिएशन अधिकारियों से बातचीत करने के बाद आगामी रणनीति तैयार करेगी।
कैथल में किया हंगामा
कैथल (हप्र) : अनाज मंडी में आज भारतीय किसान यूनियन ने प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इससे पहले भारतीय किसान यूनियन ने धान की खरीद ना होने पर कैथल मंडी मार्केट कमेटी को ताला लगाने का आह्वान किया था। इस पर मंडी में किसान पहुंच गए लेकिन मंडी प्रशासन ने ही मंडी के गेटों पर खुद ताला लगा दिया। इसके बाद किसान मंडी के छोटे गेट से मंडी में आ गए। वहां उनकी पुलिस के साथ कहासुनी भी हुई। तत्पश्चात किसान मार्केट कमेटी के गेट पर धरने के लिए बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। भाकियू जिला प्रधान होशियार गिल का कहना है कि एक सप्ताह से धान मंडी के अंदर आई हुई है, अधिकारियों द्वारा हर रोज खरीद करने बारे कहा जाता है परंतु खरीद नहीं हो रही है। मामला बढ़ता देख एसडीएम संजय कुमार मौके पर पहुंचे और किसानों से बात की। एसडीएम संजय कुमार ने आश्वासन दिया कि धान की खरीद जल्द शुरू करवा दी जाएगी और जो मैसेज आए हैं वे टेक्निकल गलती हैं, इसको जल्द सुधार किया जाएगा।
1509 धान की आवक शुरू, भाव धड़ाम
उचाना/जींद (हप्र) : 1509 धान की आवक मंडी में शुरू हो चुकी है। लेकिन इस बार किसानों को पिछले वर्ष से कम भाव मिल रहे है। सोमवार को 1989 रुपए प्रति क्विंटल तक 1509 धान के दाम रहे। जबकि गत वर्ष इन दिनों 2500 से 2600 रुपए प्रति क्विंटल तक के भाव किसानों को मिले थे। भाव कम मिलने का कारण परचेजर चावल की डिमांड कम होना बता रहे हैं। किसान जोगिंद्र, बलवंत, सुरेंद्र, तरषेम ने कहा कि धान की फसल मंडी में आने लगी है। शुरूआत से ही 2 हजार रुपए प्रति क्विंटल से कम के भाव मिल रहे हैं। बीते साल 2500 रुपए से 2600 रुपए प्रति क्विंटल तक के भाव मिले थे।
गेहूं से अटी मंडी, धान की खरीद आज से
जगाधरी (निस) : मंगलवार 29 सितंबर से सरकार मंडियों में धान की खरीद शुरू करेगी। पहले दिन जगाधरी, छछरौली, परचेज सेंटर खारवन व प्रतापनगर अनाज मंडी में दो एजेंसियां धान की खरीद करेंगी। जगाधरी, खारवन व छछरौली में हैफेड तो प्रतापनगर में डीएफएससी एजेंसी द्वारा धान की खरीद की जाएगी। मार्केट कमेटी के अधिकारी खरीद के सभी इंतजाम पूरे होने की बात कह रहे हैं। वहीं, जगाधरी, छछरौली व प्रतापनगर अनाज मंडी में अभी करीब 3 लाख बैग गेहूं के लगे हुए हैं। किसान प्रदीप कुमार, महेंद्र सिंह, अशोक कुमार आदि का कहना है कि गेहूं का स्टाक होने पर उन्हें दिक्कत आएगी। उनका कहना मौसम खराब होने पर धान भीगेगा। वहीं, मार्केट कमेटी जगाधरी के कार्यकारी अधिकारी एवं सचिव ऋषिराज यादव का कहना है कि मंडियों में लगा गेहूं का स्टाक उठवाया जा रहा है। दो से तीन दिन में यह काम पूरा हो जाएगा।