नयी दिल्ली, 7 जुलाई (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रिपरिषद में बुधवार को विस्तार और फेरबदल किया गया। इसमें 36 नये चेहरों को शामिल किया गया है, जबकि 7 राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। आठ नये चेहरों को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में मंत्रिपरिषद में शामिल किए गये सभी 43 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत सहित कई गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे।
प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने के बाद मोदी ने पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल व विस्तार किया है। शपथ लेने वाले 43 मंत्रियों में 30 लोकसभा और 11 राज्यसभा के सदस्य हैं। असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और भाजपा की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष एल मुरुगन 2 ऐसे मंत्री हैं, जो फिलहाल संसद के किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। इस मंत्रिपरिषद विस्तार में कुल 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्री बनाए गये हैं।
नये कैबिनेट मंत्री
कैबिनेट मंत्री के रूप में महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य नारायण राणे, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री व मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद वीरेंद्र कुमार, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य राम चंद्र प्रसाद सिंह, ओडिशा से भाजपा के राज्यसभा सदस्य अश्विनी वैष्णव, भाजपा महासचिव व राजस्थान से राज्यसभा के सदस्य भूपेंद्र यादव और लोक जनशक्ति पार्टी के पारस गुट के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने शपथ ली।
इनका बढ़ा कद
किरेन रिजिजू, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी और मनसुख भाई मांडविया ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। इन चारों नेताओं को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) से पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। जिन राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर सीधे कैबिनेट मंत्री बनाया गया उनमें पुरुषोत्तम रूपाला, जी किशन रेड्डी और अनुराग सिंह ठाकुर शामिल हैं।
कुल 77 सदस्य, औसत उम्र 58 साल
नयी मंत्रिपरिषद की औसत आयु 61 वर्ष से घटकर 58 वर्ष हो गयी है। मंत्रिपरिषद में निषिथ प्रमाणिक (35 वर्ष) सबसे कम उम्र के मंत्री हैं। सबसे अधिक आयु के सदस्य सोम प्रकाश हैं, जो 72 वर्ष के हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली नयी मंत्रिपरिषद में 77 सदस्य हैं।
इन्होंने छोड़ा मंत्री पद
नये मंत्रियों के शपथ लेने से पहले रमेश पोखरियाल निशंक, डॉ. हर्षवर्द्धन, सदानंद गौड़ा, रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर, संतोष कुमार गंगवार सहित 12 मंत्रियों ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद से इस्तीफा दे दिया। इनके अलावा थावरचंद गहलोत, बाबुल सुप्रियो, संजय धोत्रे, रतनलाल कटारिया, प्रतापचंद सारंगी और देवश्री चौधरी ने भी अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। राष्ट्रपति ने इन सभी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
मंत्रियों को सौंपे गये विभाग
मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य और रासायनिक उर्वरक मंत्रालय
अनुराग ठाकुर को युवा, खेल और सूचना व प्रसारण
स्मृति ईरानी को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
पीयूष गोयल को टेक्सटाइल
अश्वनी वैष्णव को आईटी कम्युनिकेशन और रेलवे
धर्मेन्द्र प्रधान को शिक्षा और कौशल विकास
ज्योतिरादित्य सिंधिया नागरिक उड्डयन
मीनाक्षी लेखी को विदेश राज्यमंत्री और संस्कृति
गिरिराज सिंह को ग्रामीण विकास
पशुपति पारस को खाद्य प्रसंस्करण
भूपेन्द्र यादव को श्रम, पर्यावरण
हरदीप सिंह पुरी को पेट्रोलियम, शहरी विकास
आरके सिंह को ऊर्जा
किरन रिजिजू, कानून
नारायण राणे, लघु एवं मध्यम उद्योग
अमित शाह, कोऑपरेशन
सर्वानंद सोनोवाल, आयुष