नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 7 अप्रैल
धड़ों में बंटी कांग्रेस के नेताओं लड़ाई आज सड़क पर उतर आयी। एक विरोध प्रदर्शन के दौरान 2 पूर्व मंत्रियों के बीच विवाद के दौरान हाथापाई की नौबत आ गई। दोनों को किसी तरह समर्थकों ने अलग करवाया। पूरे मामले की शिकायत कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा व प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल से की गई है। रोहतक में पुलिस के द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेस नेताओं प्रदर्शन कर डीसी को ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम बनाया था। कार्यक्रम का नेतृत्व पूर्व मंत्री कैप्टन अजय को करना था। उन्होंने कार्यकर्ताओं को कमान सराय स्थित कांग्रेस मुख्यालय से एकत्रित होकर चलने का प्रोग्राम निर्धारित कर दिया। इस बीच पूर्व राज्यमंत्री सुखबीर कटारिया ने अपने समर्थकों को मोर चौक के पास पहुंचने का संदेश जारी कर दिया। दोनों ही गुट लघु सचिवालय पहुंचे तो यहां पूर्व मंत्री कैप्टन अजय ने सुखबीर कटारिया का नाम लिए बिना ‘कुछ नेताओं’ पर इस कार्यक्रम को फ्लाॅप करने की योजना रचने का आरोप लगा दिया। इस पर पूर्व राज्यमंत्री सुखबीर कटारिया बिफर गए। दोनों के बीच शुरू हुई तू-तड़ाक चंद ने बड़े विवाद का रूप ले लिया और दोनों आमने सामने आ गए। समर्थक उन्हें अलग-अलग ले गए तथा बाद में दोनों गुटों ने डीसी को ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर रोहताश बेदी, प्रदीप जेलदार, राव कमलवीर, लाल सिंह, रश्मि शर्मा, निर्मल यादव, पूजा शर्मा, सुमन सहरावत व प्रियंका राजपूत समेत काफी लोग मौजूद रहे।
”सभी कार्यकर्ताओं को कमान सराय से एकत्रित होकर डीसी के पास चलने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था लेकिन सुखबीर कटारिया ने विरोध प्रदर्शन को कमजोर करने के प्रयास करते हुए काफी कार्यकर्ताओं को दूसरे स्थान पर बुला लिया। उन्होंने लघु सचिवालय में आपत्तिजनक तरीके से बात की। पूरे मामले की रिपोर्ट हाईकमान को दे दी गई है।”
-कैप्टन अजय यादव, पूर्व मंत्री
”कैप्टन अजय यादव हमारे वरिष्ठ नेता हैं। मेरा उनसे कोई विवाद नहीं हुआ। गलतफहमी की वजह से वह नाराज हो गए थे। सम्मान करते हुए उनके हाथ से ज्ञापन डीसी को दिलवाया गया।”
-सुखबीर कटारिया, पूर्व राज्यमंत्री