मुख्य अंश
- छोटी गाड़ी में 3 और बड़ी में जा सकते हैं 4 लोग
- कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट भी होनी चाहिए साथ
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 24 मई
कोरोना काल में किसी अपने को खोने वाले लोगों के हरिद्वार में जाने पर रोक नहीं है। अस्थियों के विसर्जन के लिए कोविड-19 गाइडलाइन के साथ आने-जाने की छूट रहेगी। वर्तमान में रोजाना 3 हजार के करीब लोग परिजन की अस्थियों का विसर्जन करने के लिए हरिद्वार पहुंच रहे हैं। जिन लोगों ने अभी तक अस्थियों का विसर्जन नहीं किया है, वे निजी गाड़ी में हरिद्वार जा सकते हैं। छोटी गाड़ी में 3 और बड़ी गाड़ी में 4 लोगों के जाने की छूट दी गई है। हरियाणा की तरह ही अब उत्तराखंड में भी कोरोना मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। बेशक, हरिद्वार में आयोजित हुए महाकुंभ के दौरान पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी बढ़ी, लेकिन सख्ती के चलते उत्तराखंड ने अपने आप को काफी हद तक सुरक्षित कर लिया है। सख्त नियमों व कोरोना गाइडलाइन के तहत धीरे-धीरे उत्तराखंड में अब पर्यटन भी खोलने की तैयारी है। मसूरी को जून में पर्यटकों के लिए खोला जा सकता है। हरिद्वार में आने वालों को आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आनी होगी। अकेले कोरोना ही नहीं, बड़ी संख्या में ऐसे मामले भी हैं, जिनमें लोगों की मौत प्राकृतिक रूप से हुई है। इसके लिए जारी की गई गाइडलाइन में साफ किया गया है कि हरिद्वार में अस्थि विसर्जन के लिए भीड़ लेकर आने की इजाजत नहीं होगी। उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार अग्रवाल ने इंटर-स्टेट बाॅर्डर पर नाके लगाने के आदेश दिए हुए हैं।
डीजीपी के अनुसार, इन दिनों उत्तराखंड में रोजाना लगभग 5 हजार के लगभग लोगों की बाॅर्डर से एंट्री हो रही है। इनमें से 3 हजार के करीब ऐसे लोग हैं, जो हरिद्वार में अस्थि विसर्जन के लिए आ रहे हैं। वहीं 2 हजार के करीब ऐसे लोग हैं, जो दूर-दराज से पहाड़ी इलाकों में अपने घरों में आते हैं। इनके लिए भी आरटीपीसीआर की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है।
पानीपत के रहने वाले हैं डीजीपी अग्रवाल
यहां बता दें कि 1989 बैच के आईपीएस अशोक कुमार अग्रवाल मूल रूप से पानीपत के कुराना (समालखा) गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपने गांव के लोगों से भी आह्वान किया है कि वे लॉकडाउन का पूरा पालन करें। वैक्सीन लगवाएं और कोरोना नियमों की पालना करना न भूलें। उन्होंने प्रदेश के ग्रामीणों से अपील की है कि वे कोरोना से खुद भी बचें और बाकी लोगों को भी बचाएं। बेवजह घर से न निकलें।
अगले माह खुल सकता है मसूरी
पिछले साल की तरह इस बार भी पहाड़ों में सन्नाटा है। अप्रैल के बाद से ही गर्मियों में पहाड़ों में बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। कोरोना संक्रमण की वजह से उत्तराखंड में भी पर्यटकों की संख्या न के बराबर है। हालांकि अब मसूरी में कुछ होटल खुले हैं। पर्यटन से जुड़े लोगों को उम्मीद है कि जून में कोविड-19 मरीजों की संख्या में कमी के बाद पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। जो होटल खुले हैं, उन्हें कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा।
”हरिद्वार में जो भी व्यक्ति अस्थि विसर्जन के लिए आए, वह कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आए। छोटी गाड़ी में 3 और बड़ी में 4 लोगों के आने की इजाजत दी गई है। अगर संक्रमण के केस कम होते रहे तो जून में चरणबद्ध तरीके से अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।” -अशोक कुमार अग्रवाल, डीजीपी उत्तराखंड