चंडीगढ़, 2 अगस्त (एजेंसी)
पंजाब में सोमवार से सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोल दिया गया है। इससे पहले साल के शुरू में प्री-प्राइमरी स्तर की कक्षाओं के लिए कुछ महीनों के लिए स्कूल खोले गए थे। राज्य के ग्रामीण इलाकों में हाजिरी ज्यादा थी जबकि कई निजी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति अधिक नहीं थी। राज्य सरकार ने शनिवार को दो अगस्त से सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दे दी। कोरोना वायरस से संबंधित सभी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा और अभिभावकों को अपने बच्चों को स्कूलों में भेजने के लिए लिखित सहमति देनी होगी। स्कूलों का समय पहले जैसा ही रहेगा, जो सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक होता है। अधिकारियों ने कहा कि राज्यभर में सभी कक्षाओं के लिए स्कूल फिर से खुल गए। इससे पहले, पंजाब में प्री-प्राइमरी और कक्षा पहली और दूसरी के लिए स्कूल करीब 10 महीने बंद रहने के बाद इस साल फरवरी में फिर से खोले गए थे। पिछले साल मार्च में कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बाद स्कूलों को बंद कर दिया गया था। लंबे समय बाद फिर से स्कूल जाने को लेकर लुधियाना, अमृतसर, जालंधर, फिरोजपुर, रूपनगर, मोहाली और पटियाला समेत कई जगहों पर बच्चे उत्साहित दिखे। लुधियाना में लंबे अंतराल के बाद फिर से स्कूल जाने को लेकर बच्चे खुश दिखे। लुधियाना के डीएवी पब्लिक स्कूल बीआरएस नगर में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली रिधी ने स्कूलों को फिर से खोलने के फैसले पर खुशी का इज़हार किया। उन्होंने कहा, “हम घर में रह-रह कर उकता गए थे।” कुछ अभिभावक ऐसे हैं जिन्होंने महामारी के बीच फिर से स्कूल खोलने पर आशंका व्यक्त की हैं। पटियाला शहर में, स्कूलों में 50 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई, जबकि गांवों में हाजिरी का उच्च प्रतिशत दर्ज किया गया है।
पटियाला के एक अन्य अभिभावक ने नाम ना छापने की शर्त पर कहा कि सभी कक्षाओं के लिए स्कूलों को फिर से खोलने के लिए ‘निजी स्कूल लॉबी’ का दबाव था। दीपक सोनी के पोते-पोती लुधियाना के सेंट पॉल मित्तल स्कूल में पढ़ते हैं। उन्होंने पूछा, “क्या कोविड-19 महामारी खत्म हो गई? क्या यह स्कूलों को फिर से खोलने का सही वक्त है?” इस बीच होशियारपुर के ट्रिपल एम. पब्लिक स्कूल होशियारपुर के एमडी प्रो. मनोज कपूर ने कहा कि स्कूल खुलने को लेकर बच्चों में खासा उत्साह है। स्कूल में 80 प्रतिशत से अधिक हाजिरी रही।
किस रिपोर्ट के आधार पर लिया फैसला : चीमा
पंजाब की मुख्य विपक्षी पार्टी आम आदमी पार्टी (आप) ने मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह से राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को फिर से खोलने के फैसले को लेकर व्यक्त की गई चिंताओं पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने राज्य सरकार से पूछा कि डॉक्टरों और शिक्षा विशेषज्ञों की किस रिपोर्ट के आधार पर इतना बड़ा निर्णय लिया गया है? चीमा ने कहा कि यह 60.5 लाख बच्चों के जीवन से जुड़ा फैसला है, जो राज्य की कुल आबादी का 20 फीसदी है और पंजाब के भविष्य से भी जुड़ा है।
हिमाचल के स्कूलों में भी लौटी रौनक
शिमला (निस) : हिमाचल प्रदेश में करीब साढ़े तीन महीने बाद आज से स्कूल फिर से खुल गए हैं। कोविड प्रोटोकॉल के तहत दसवीं से बारहवीं तक के विद्यार्थियों की नियमित कक्षाएं आज से लगना शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को कोविड एसओपी का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिये हैं और स्कूलों को अपने स्तर पर माइक्रो प्लान बनाने को भी कहा गया है। स्कूल परिसर में भीड़ एकत्रित न हो इसके लिये विद्यार्थियों के आने जाने के समय में 10 से 15 मिनट का अंतर रखा गया है। एसओपी के मुताबिक स्कूलों से कहा गया है कि दोपहर भोजन का समय भी अलग-अलग होगा। आदेशों में कहा गया है कि थर्मल स्केनिंग करने के बाद ही छात्रों व अध्यापकों को स्कूलों में प्रवेश मिलेगा। विभाग ने साफ किया है कि खांसी, जुकाम, बुखार के लक्षण वाले विद्यार्थियों व अध्यापकों को स्कूलों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके अलावा पांचवीं व आठवीं के विद्यार्थी केवल परामर्श के लिये स्कूल आ सकते हैं।