तरुण जैन/हप्र
रेवाड़ी, 28 सितम्बर
दिल्ली-जयपुर हाइवे स्थित साल्हावास कट के पास बुधवार दोपहर एक ब्रेजा कार की हरियाणा रोडवेज की बस के साथ भीषण टक्कर हो गई। इस हादसे में कार में सवार एक ही गांव के 5 दोस्तों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार में आगे बैठे दो दोस्तों की गर्दन धड़ से अलग होकर सड़क पर जा गिरी। कार के अंदर सभी दोस्तों के चीथड़े उड़े हुए थे और खून से सराबोर थी। इस हादसे में बस में सवार एक दर्जन यात्री भी घायल हो गए। उनमें हाहाकार मचा हुआ था। उन्हें रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। मौके पर भारी भीड़ जुट गई और हाइवे पर लंबा जाम लग गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने राहत कार्य शुरू किया।
जानकारी के अनुसार जिला के गांव लाधूवास गूर्जर के 5 दोस्त ब्रेजा कार में सवार होकर दोपहर 2 बजे हाइवे पर जयपुर की ओर जा रहे थे। इस कार में 25 वर्षीय सचिन, 21 वर्षीय नीतेश, 23 वर्षीय महेश, 20 वर्षीय कपिल, 24 वर्षीय सोनू सवार थे। जब इनकी कार हाइवे स्थित साल्हावास कट के पास पहुंची तो अचानक अनियंत्रित होकर डिवाइडर को क्रॉस करते हुए दूसरी लाइन पर चली गई। उसी समय जयपुर से दिल्ली की ओर जा रही हरियाणा रोडवेज के सोनीपत डिपो की सवारियों से भरी बस आ रही थी। कार सीधे उसमें जा घुसी। टक्कर लगते ही जोरदार धमाका हुआ और कार के परखचे उड़ गए। बस का अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। देखते ही देखते चीख पुकार सुनाई देने लगी। वहां से गुजर रहे लोगों व वाहन चालकों ने तुरंत मोर्चा संभाला और पुलिस को सूचना करते हुए बस में सवार घायल यात्रियों को निकालकर रेवाड़ी के ट्रॉमा सेंटर भिजवाया। टक्कर के बाद पांचों दोस्तों की मौत हो गई थी। कार चला रहे युवक व उसके साथ आगे बैठे दोस्त की गर्दन धड़ से अलग हो चुकी थी और सडक़ पर जा गिरी थी। कार का ऊपरी हिस्सा पूरी तरह से उड़ गया था और दरवाजे पूरी तरह से चकनाचूर हो चुके थे। सभी दोस्त एक-दूसरे पर खून से लथपथ पड़े हुए थे। सूचना पाकर पुलिस द्वारा एम्बूलेंस को भी बुला लिया गया था और घायलों को अस्पताल भिजवाया। जानकारी के अनुसार कपिल व महेश आर्मी में भर्ती होने के लिए कोचिंग ले रहे थे, वहीं सचिन कॉलेज में पढ़ता था। नीतेश व सोनू फ्लिपकार्ट कंपनी में काम करते थे। बस में सवार 3 महिलाओं सहित घायलों की पहचान लक्ष्मी झज्जर, सरोज महेन्द्रगढ़, राजेन्द्र सीकर, सोमदत्त झाबुआ रेवाड़ी, गौरव अलवर, सुमन गांव पचेड़ी, रामचन्द्र दिल्ली, मनीष दिल्ली, हज्जनलाल दिल्ली, रामेश्वर सीकर आदि के रूप में हुई हैं।