ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 28 सितंबर
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन की पार्किंग में पिक एंड ड्राप के लिए 30 मिनट से ज्यादा वाहन खड़ा करने पर अब एक हजार रुपए जुर्माना नहीं लिया जाएगा। दबाव के चलते बुधवार को रेलवे ने यू-टर्न लेते हुए पेनेल्टी चार्ज को कम कर दिया है। अब रेलवे स्टेशन पर आधे घंटे से ज्यादा पिक एंड ड्राप करने पर 200 रुपए बतौर पेनेल्टी चार्ज किए जाएंगे। यह खुलासा बुधवार को अम्बाला मंडल के सीनियर डीसीएम हरिमोहन ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर पत्रकारवार्ता में किया। सीनियर डीसीएम ने कहा कि रेलवे एक अनुशासित सिस्टम बनाना चाहता है, ताकि आम लोगों को दिक्कत न हो। हमारा मकसद प्राइवेट टैक्सी और आटो की भीड़ को कम करना है। ट्रेन के आते ही स्टेशन की पार्किंग में इन गाड़ियों का जमावड़ा लग जाता है। हमने बकायदा इसका ट्रायल लिया और कमेटी सुपरवाइजर टीम के सर्वे और सिफारिश के बाद इसे लागू किया है। डीसीएम ने कहा कि चालक से एक हजार रुपये कोई पार्किंग शुल्क नहीं लिया गया, यह समय सीमा से अधिक वाहन पार्क करने के लिए दंड था। हरिमोहन ने कहा कि पिक एंड ड्रॉप सिस्टम के तहत समय बढ़ाने का रेल विभाग की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं है।
ज्यादा देरे रूकना है तो पार्किंग में लगाए वाहन
रेलवे विभाग के अधिकारी ने बताया कि कार्यभार संभालने के बाद स्टेशन पर पार्किंग रेट कम कर दिया गया है। एक चार पहिया वाहन पर अब दो घंटे के लिए 20 रुपए का शुल्क लिया जाता है, जबकि पहले यह 30 रुपए था। उन्होंने कहा कि मासिक पास तैयार करने की लागत में 75 प्रतिशत की कमी की गई है और कीमत एक हजार रुपए तय की गई है। इससे पहले आईआरसीटीसी द्वारा 4 हजार रुपए में मासिक पास तैयार किया जाता था। उन्होंने यात्रियों से अपील की कि जो लोग स्टेशन पर अधिक समय तक रुकना चाहते हैं वे अपने वाहन सामान्य पार्किंग क्षेत्र में पार्क करें। इससे वाहन चालकों को जुर्माने से बचाया जा सकता है। गौरतलब है कि चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर पिक एंड ड्रॉप सिस्टम मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल, कांग्रेस नेता मुनीश तिवारी की अन्य राजनीतिक नेताओं ने भी निंदा की थी।