करनाल, 29 सितंबर (हप्र)
महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय (एमएचयू) देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है, जो पब्लिक सेक्टर में सेवाएं प्रदान करेगा। किसानों तक खेती में प्रयोग होने वाली नयी से नयी तकनीक पहुंचाने के लिए एमएचयू ने 2 नये ड्रोन खरीदे हैं। ड्रोन से खेती, खासकर बागवानी क्षेत्र में उपयोगिता बताने के लिए बृहस्पतिवार को एमएचयू में ड्रोन का प्रदर्शन किया गया। कुलपति प्रो. समर सिंह ने बताया कि खेतों में ड्रोन की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसके अलावा एमएचयू एक ट्रेनिंग सेंटर भी चालू करेगा, जहां पर ड्रोन के पायलट तैयार कर उन्हें लाइसेंस दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि गन्ना, मक्का या बाग में मैन्यूवेल सप्रे अच्छी प्रकार से नहीं होता है जबकि ड्रोन से बिल्कुल स्टीक सप्रे होगा। इससे पानी की भी बचत होगी, मात्र 10 लीटर पानी में सप्रे होगा। ड्रोन नयी तकनीक है, जो बागवानी क्षेत्र में क्रांतिकारी साबित होगी। उन्होंने बताया कि खेत में सप्रे करने के बाद ड्रोन उसी स्थान पर अपने आप वापस आ जाता है, जिस स्थान से उसने उड़ान भरी थी। इसके प्रयोग से किसानों का दवा का संपर्क नहीं होता।