कुरुक्षेत्र, 20 दिसंबर (हप्र)
हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड की बैठक सोमवार को बोर्ड के उपाध्यक्ष धुम्मन सिंह किरमच, बोर्ड के वरिष्ठ सदस्य एवं विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान के निदेशक डॉ. रामेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान कार्यकारिणी एवं जनरल बॉडी के सदस्यों सहित 19 पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव-2022 के अवसर पर 3 से 5 फरवरी को विभिन्न स्थानों पर भव्य आयोजन करने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में धुम्मन सिंह किरमच ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव मुख्य रूप से पांच राज्यों हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, राजस्थान एवं उत्तराखण्ड में मनाया जाएगा। इन पांच राज्यों से सरस्वती नदी गुजरती थी। इनमें से हरियाणा में 3 फरवरी को आदिबद्री में, 4 फरवरी को पंजाब यूनिवर्सिटी में सेमिनार एवं 5 फरवरी को पिहोवा में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। पिहोवा में तीन दिवसीय सरस मेले का भी आयोजन होगा। इसी प्रकार आदिबद्री में भी तीन दिवसीय सरस मेले के आयोजन की योजना है। सरस्वती नदी जिन गांवों से होकर गुजरती है, ऐसे 226 गांवों की सरस्वती महोत्सव में प्रतिभागिता रहे, इस उद्देश्य से वहां भी कार्यक्रम आयोजित किए जाए जाने की योजना है।
उन्होंने बताया कि ये कार्यक्रम सरकारी कार्यक्रम न रह जाएं, इसलिए इन्हें आमजन के सहयोग से आमजन के लिए आयोजित करवाया जाएगा। संपूर्ण कार्यक्रम को किस प्रकार भव्य बनाया जाए एवं आमजन को सरस्वती नदी को जानने का अवसर मिले, इसके लिए सभी सदस्यों ने सुझाव दिए। बोर्ड के सदस्य एवं संस्थान के निदेशक डॉ. रामेन्द्र सिंह ने विद्या भारती में आए सभी सदस्यों का स्वागत किया।