रोहतक (निस) : महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि बजट में सरकार बड़ी चालाकी से आंकड़ों की कलाबाजियां दिखाते हुए कृषि समेत शिक्षा का भी बजट कम करने का काम किया है। उन्होंने कृषि और किसानों से जुडे मुद्दों के अलावा खासकर बेरोजगारी के मुद्दे पर भी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। विधायक ने मंत्रियों को दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसान धरनों पर पहुंचकर किसानों को नए कानूनों के फायदे समझाने का चैलेंज तक दे डाला और कहा कि अगर ये तीनों कृषि कानून इतने ही बढिय़ा हैं तो ‘आप लोग क्यों नहीं धरनों पर पहुंचकर किसानों को समझाते।’
उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों का ही परिणाम है कि आज बेरोजगारी के मामले में हरियाणा नम्बर वन पोजिशन पर खड़ा हुआ है। सरकार की ये कैसी नीतियां हैं जिनमे बाहर प्रदेशों के लोगों को तो नौकरियां दी जा रही हैं, लेकिन हरियाणा के बेरोजगार युवा धक्के खाने को मजबूर हैं। यह बेरोजगारी का ही दुष्परिणाम है कि आज हरियाणा का युवा वर्ग हताश होकर बड़ी तेजी से अपराध की दलदल में धंसता जा रहा है। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार की ओर से बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए कोई विजन नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी लगातार कम होती जा रही हैं और ठेका प्रथा चल रही है। ऐसा महसूस होता है जैसे सरकार को प्रदेश के भविष्य की कोई चिंता नहीं है। इसके अलावा कुंडू ने बजट पर चर्चा के दौरान महंगाई के मुद्दे के अलावा अपने महम हल्के के विकास को लेकर भी अपनी मांग उठाई और महम अस्पताल के सुधारीकरण समेत महम में लड़कियों के अलग कालेज की दौबारा वकालत की। साथ ही उन्होंने बजट अभिभाषण पर चर्चा के दौरान किसानों के मुद्दों को लेकर सरकार पर ताबड़तोड़ हमले किये।