लुधियाना, 4 मई (निस)
पंजाब सरकार द्वारा कोरोना महामारी के नाम पर 15 मई तक राज्य में लगाए गए प्रतिबंध के विरुद्ध आज यहां व्यापारियों और दुकानदारों नें व्यापार बचाओ मोर्चा (बीबीएम) के आह्वान पर प्रदर्शन किया। उनकी मुख्य मांग थी कि सरकार को तालाबंदी से प्रभावित दुकानदारों और आम जनता के लिए एक राहत पैकेज की घोषणा करनी चाहिए।
व्यपारियों ने कहा कि सरकार के फैसले के कारण दुकानदारों को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा है। कई लोगों ने अपनी आय का स्रोत खो दिया है और सरकार को वेतन, बिजली बिल, किराया, ऋण किस्त और करों का भुगतान करना असंभव है। यदि सरकार लॉकडाउन के फैसले को पलट नहीं सकती है, तो हर दुकानदार और आम जनता को वित्तीय सहायता प्रदान करें और बिजली के बिल और कर माफ करें।
पंजाब चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुनील मेहरा, बलविंदर सिंह भुल्लर, हरभजन सिंह राणा और रुबेल ढल्ल ने कहा कि विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस की तीसरी लहर की भविष्यवाणी की थी लेकिन सरकार स्थिति से निपटने के लिए तैयार नहीं थी। सरकार बिस्तर, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदान करने में विफल रही। इसकी लापरवाही के कारण सरकार ने लॉकडाउन लगाया है जिससे वित्तीय संकट पैदा होगा। उन्होंने कहा कि तालाबंदी कोई समाधान नहीं है और अगर सरकार ने फैसले को नहीं पलटा तो वे अपनी दुकानें चलाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने उन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी जिन्होंने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई अगर उन पर एफआईआर हो जाती हैं तो वे इसका सामना करने को तैयार है। विरोध प्रदर्शन में जॉनी मनोचा, रूपिंदरपाल सिंह राजन, राजीव अरोड़ा, जगजीत सिंह, रमेश मल्होत्रा, नवीन अग्रवाल, परवीन कुमार, अश्वनी कुमार ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया।