चंडीगढ़, 7अक्तूबर (ट्रिन्यू)
चंडीगढ़ के डड्डूमाजरा में स्थित डम्पिंग ग्राऊंड में लगी आग आज दूसरे दिन भी सुलगती रही। अग्निशमन विभाग की गाड़ियां व कर्मचारी दिनभर इस पर काबू पाने का प्रयास करते रहे। यहां तैनात फायर विभाग के अधिकारियों का कहना था कि कचरे के नीचे जमा गैस के कारण लगने वाली आग को जब वे एक जगह से बुझाते हैं तो वह दूसरी जगह से भड़क उठती है। अतः वह पानी की बौछारों के साथ साथ मिट्टृी भी डाल रहे हैं। देर शाम तक आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया था, पर धुआं उठ रहा था। कचरे के ढेर पर लगने वाली इस आग के कारण पिछली रात ही आसपास के क्षेत्रों में धुआं फैल गया व लोगों ने सांस लेने में कठिनाई, गले में खराश, आंखों में जलन और नींद की बीमारी की शिकायतें कीं। लोगों का कहना था कि आग की लपटें तो भीषण थीं ही, साथ ही अजीब से गंध भी आ रही थी, जो पहले कभी महसूस नहीं हुई।
उल्लेखनीय है कि डडूमाजरा के कचरा निष्पादन प्लांट के बंद होने के बाद शहर का अब सारा कचरा इसी डम्पिंग ग्राऊड़ में फेंका जा रहा है। निगम ने यहां बने कचरे के पहाड़ को खत्म करने के लिए परियोजना भी शुरू की। काम का ठेका भी दिया गया पर पहले कोविड़-19 के कारण गत अप्रैल माह से काम बंद है। निगम के मुख्य अग्निशमन अधिकारी का कहना था कि आग पर लगभग काबू पाया जा चुका है फिर भी निगम की ओर से अगले कुछ दिनों तक दिन रात सतर्कता बरती जायेगी व अग्निशमन वभाग के स्टाफ व वाहन वहां चौबीस घंटे तैनात रहेंगे।
स्थिति आपातकाल जैसी
चंडीगढ़ के पूर्व एमओएच डॉ. पीएस भट्टी, जिन्होंने साइट का दौरा भी किया, ने कहा कि स्थिति आपातकाल जैसी है। चंडीगढ़ के 26 वार्डों में से 550 मीट्रिक टन एमएसडब्ल्यू को सीधे डंपिंग ग्राउंड में फेंका जा रहा है।