कैथल, 28 मार्च (हप्र)
देशभर की दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों, बैंक, बीमा और ऑल इंडिया स्टेट गवर्नमेंट एम्पलाइज फेडरेशन एवं सर्व कर्मचारी संघ के आह्वान पर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन कर्मचारियों ने काम छोड़कर नीजिकरण और अन्य मांगों के समर्थन में नारेबाजी की।
जिले में हड़ताल का मिला-जुला असर देखने को मिला। अधिकतर संस्थानों पर हड़ताल फ्लाप रही, कई संस्थानों में कर्मचारियों ने काम नहीं किया। निजीकरण हटाओ-देश बचाओ के नारे लगाते हुए कर्मचारी सड़कों पर उतरे। इससे पहले कर्मचारियों ने जवाहर पार्क में विशाल सभा की।
कर्मचारियों को संबोधित करते हुये सर्व कर्मचारी संघ के शिवचरण, ओमपाल भाल ने कहा कि कर्मचारियों और मजदूरों की मुख्य मांग है कि पुरानी पेंशन नीति को बहाल किया जाये। निजीकरण व ठेकाप्रथा को बंद करके सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को नियमित किया जाये। पक्के होने तक समान काम के लिए समान वेतनमान लागू करना उनकी मांग है। बर्खास्त पीटीआई एवं ड्राईंग अध्यापकों को बहाल किया जाये।
66 रोडवेज बसें चलीं : बस अड्डों पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। जीएम अजय गर्ग ने बताया कि उन्होंने हड़ताल को देखते हुए 25 बसों को पहले ही पुलिसलाइन में खड़ा कर रखा था। सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई थी। रोडवेज की 83 बसों में से 66 बसें सड़कों पर दौड़ी। बैंकों में मिला जुला असर देखने को मिला। बैंकों के एटीएम में पहले से ही खूब पैसे डाल दिए गए थे ताकि ग्राहकों को कोई परेशानी न हो। बिजली विभाग में ग्राहक बिल भरते देखे गए। जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हड़ताल पर थे लेकिन उन्हें सुबह लोगों के लिए पानी की सप्लाई छोड़ी। स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो वहां मरीजों को ओपीड़ी में परेशानी हुई। नगर परिषद कार्यालय के बाहर कर्मचारी हड़ताल पर थे। वहां लोगों के अधिकतर काम नहीं हुए। ढांड कस्बा में बिहारी दास चौक पर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन यूनियन कार्यालय से शुरु हुआ।
करनाल (हप्र) : कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर सरकार की कर्मचारी व जनविरोधी नीतियों की पोल खोली गई। प्रदर्शन में मुख्य रूप से रिटायर कर्मचारी संघ, पटवारी कानूनगो एसोसिएशन, मजदूर, बिजली कर्मचारी यूनियन, मिड-डे-मील, जनवादी महिला समिति, नगर पालिका, शुगर मिल, ग्रामीण सफाई कर्मचारी, हुडा, फायरब्रिगेड कर्मचारी संघ व अध्यापक संघ शामिल रहे। कर्मचारियों द्वारा रूप से कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना, पुरानी पेंशन नीति बहाल करने की मांग उठाई गई।
‘अडानी-अंबानी के पक्ष में बदले जा रहे कानून’
टोहाना (निस) : कर्मचारियों और मजदूरों ने गोगामेड़ी स्थल पर धरना दिया और रोडवेज डिपो तक प्रदर्शन किया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अडानी, अंबानी के पक्ष में कानून बदले जा रहे हैं। हड़ताल करने वालों में रोडवेज, आशा वर्कर, बिजली विभाग, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी, नगर परिषद, तहसील, एसडीएम कार्यालय, पंचायती राज, पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन, नहर पटवारी संघ के कर्मचारी भी शामिल थे।
सिरसा (निस) : जिले में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। रोडवेज की हड़ताल से हजारों यात्रियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा। सरकारी बैंकों पर पड़े तालों से भी उपभोक्ताओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
रोडवेज बसों का चक्का जाम, अड्डे पर धरना
पानीपत (निस) : राष्ट्रीय ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी फेडरेशनों के आह्वान पर दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन सोमवार को कर्मचारी यूनियनों, किसान व मजदूर सहित अन्य संगठनों ने प्रदर्शन और लघु सचिवालय का घेराव किया। लघु सचिवालय के गेट पर यूनियनों व संगठनों के कार्यकर्ताओं ने केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं, जिलेभर में विभिन्न विभागों व निगमों के कर्मचारी अपने कार्यालयों के बाहर धरने पर बैठे रहे। रोडवेज की ज्यादातर बसों का चक्का जाम रहा और रोडवेज कर्मचारियों ने बस अड्डा परिसर में ही धरना दिया। हालांकि, सोमवार को सुबह किलोमीटर स्कीम वाली कुछ बसों को हरिद्वार, रोहतक व डेरा ब्यास आदि रूटों पर रवाना किया गया। रोडवेज का ज्यादातर स्टाफ हड़ताल पर रहा।
कई जगह किया प्रदर्शन
कुरुक्षेत्र (हप्र) : सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान ओमप्रकाश की अध्यक्षता में पहले दिन हड़ताल जारी रही। आज की हड़ताल का संचालन रावल गुप्ता जिला सहसचिव ने किया। हड़ताल के दौरान पटवार भवन, नगरपालिका कुरुक्षेत्र, कुंटिया, मैस कर्मचारी कल्याण संघ कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, ताज पार्क निकट नया बस अड्डा में प्रदर्शन किया गया।
हड़ताल का दिखा असर, यात्री हुए परेशान
जगाधरी (निस) : सरकारी बैंक बंद रहने से उपभोक्ताओं को परेशानी हुई। बिजली निगम, लोक निर्माण विभाग व नगर निगम के कर्मियों ने प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सोमवार को रोडवेज की कम बसें ही चली। इससे यात्रियों को दिक्कत भी हुई। बस अड्डे पर पुलिस बल मुस्तैद रहा। भारतीय स्टेट बैंक को छोड़कर बाकी सारे सरकारी बैंक बंद रहे। इससे करोड़ों का लेन-देन प्रभावित रहा।
सुरक्षा में चलाई बसें
यमुनानगर (हप्र) : रोडवेज कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में हड़ताल में भाग लिया, वही अधिकांश बसें पुलिस के पहरे में चलाई गई। कर्मचारी बसों को अपने-अपने रूटों पर ले जाते रहे। एक तरफ जहां कुछ कर्मचारी बसों को ले जा रहे थे वही दूसरी तरफ भारी संख्या में कर्मचारी सरकार व प्रशासन विरोधी नारे लगा रहे थे। पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए।
‘कच्चों को पक्का करने के लिए पैदल मार्च’
इन्द्री (निस) : अखिल भारतीय राज्य कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर कर्मचारी हड़ताल पर रहे। कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना की बहाली, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, निजीकरण पर रोक लगाने की मांग करते हुए शहर में पैदल मार्च किया। इससे पहले हर्बल पार्क में कर्मचारी एकत्रित हुये।
पिहोवा में हड़ताल का मिला-जुला असर
पिहोवा (निस) : कुलदीप भट्ट की अध्यक्षता में रोडवेज कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन स्थल पर नगरपालिका कर्मचारी संघ, एसकेएस तथा आशा वर्करों ने भी समर्थन दिया। यहां हड़ताल का कोई खास असर न पडा। प्राईवेट बसें व कुछ रोडवेज बसें आम दिनों की तरह चलती नजर आई।
सरकार की नीतियों के खिलाफ निकाली भड़ास
घरौंडा (निस) : नगरपालिका सफाई कर्मचारी, जनस्वास्थ्य विभाग, बिजली बोर्ड, स्वास्थ्य विभाग, आशा वर्कर, मिड्डे मिल वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर व अन्य विभागों के कर्मचारी हर्बल पार्क में एकत्रित हुए। प्रदर्शन की अगुवाई सर्व कर्मचारी संघ घरौंडा के प्रधान अंकित राणा ने की। इससे पूर्व सभी विभागों के कर्मचारियों ने अपने-अपने कार्यालयों में प्रदर्शन किया। हर्बल पार्क में कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।