इन्द्री, 12 जुलाई (निस)
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी सोमवार को स्थानीय विश्राम गृह के पास पहुंचे। यहां किसानों ने उनका जोरदार स्वागत किया। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चढ़ूनी ने कहा कि सरकार किसानों के साथ बातचीत करने के लिए तो कहती है लेकिन पहली शर्त यह रखती है कि तीनों कानून वापस नहीं होगे तो फिर सरकार के साथ बातचीत करने का क्या फायदा। उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन तीन काले कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए है। इस लक्ष्य के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अपनी मांगों के लिए किसान अनिश्चितकाल तक भी आंदोलन चलाएंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि कारपोरेट के हाथों में खेल रही सरकार कारपोरेट की भलाई के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार पंट्रोल-डीजल के रेट मनमाने ढंग से बढ़ा रही है या फिर बढ़ाने की छूट दे रही है। चढूनी किसानों के काफिले के साथ यमुना के साथ लगते गांव नबियाबाद स्थित गुरुद्वारे में पहुंचे। इस मौके पर किसान नेता रामपाल चहल, मनजीत सिंह चौगावां, सुरेंद्र सिंह, जसविंद्र, बलदेव सिंह, मनीष आदि किसान नेता मौजूद रहे।
पानीपत टोल पर स्वागत
पानीपत (निस) : गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में चला किसानों का काफिला सोमवार को दोपहर बाद पानीपत टोल पर पहुंचा और वहां काफिले का भाकियू चढूनी गुट के जिला प्रधान सुधीर जाखड़ की अध्यक्षता में किसानों व मजदूरों ने स्वागत किया। वहीं मीडिया से बात करते हुए चढूनी ने कहा कि अब तो किसानों का मिशन उत्तरप्रदेश शुरू होगा जोकि यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने का काम करेगा।
सरकार ये न सोचे कि जोश कम हुआ
घरौंडा (निस) : कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानो ने एक बार फिर दिल्ली बार्डर का रुख किया है। किसान नेता गुरनाम चढूनी ने कहा कि सरकार ये न सोचे की किसानो में जोश कम हुआ है। किसान जत्थे की अगुवाई करते हुए गुरनाम सिंह चढूनी बसताड़ा टोल पर पहुंचे थे।
चढूनी ने कहा की दिल्ली कूच कर रहे किसान सरकार को दिखा रहे है कि उनके जोश में कोई कमी नहीं आई है।