गोहाना, 11 अक्तूबर (निस)
शहर में जींद रोड स्थित नई अनाज मंडी में पीआर धान की सरकारी खरीद न होने से किसान सोमवार को भड़क गए। किसानों ने भाकियू नेताओं के साथ शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए हैफेड के परचेज अधिकारी को कथित तौर पर बंधक बना लिया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारी पी.आर. धान में विभिन्न कमियां बताकर उसे खरीद नहीं रहे हैं। किसानों के विरोध को देखते हुए हैफेड अधिकारियों ने खरीद शुरू भी कराई, लेकिन कुछ देर बाद फिर रोक दी। इस पर किसानों ने भी फिर रोष जताया।
जानकारी मिलने पर एस.डी.एम. आशीष वशिष्ठ अनाज मंडी में पहुंचे और किसानों की समस्या सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। अनाज मंडी में खरीफ सीजन के तहत बाजरा, कपास, 1509 किस्म धान के अलावा पी.आर. धान की आवक हो रही है। इनमें से सरकार की ओर से केवल पी.आर. धान की खरीद की जा रही है, जिसकी सरकारी खरीद हैफेड द्वारा की जा रही है। लेकिन रविवार से धान की खरीद प्रभावित हो रही थी। इसको लेकर सोमवार को किसान भड़क उठे और उन्होंने प्रदर्शन करते हुए हैफेड अधिकारी को बंधक बना लिया। करीब 15 मिनट बाद अधिकारी काे छोड़ दिया गया। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने कहा कि अधिकारी धान में नमी, दाने टूटे, काले व अन्य कमियां बताकर नियमित खरीद नहीं कर रहे हैं। इससे किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। करीब 15 मिनट बाद अधिकारियों ने खरीद शुरू कराई। जानकारी मिलने के बाद एस.डी.एम. आशीष वशिष्ठ ने अनाज मंडी में पहुंचकर किसानों की समस्याएं सुनी। एस.डी.एम. ने किसानों से धान की सफाई कराकर अनाज मंडी में लाने का आह्वान किया। किसानों ने सहमति जताई।
इसके अलावा उन्होंने आढ़तियों को भी धान की सफाई करने की बात कही। यही नहीं, परचेज अधिकारियों को बारदाने व उठान को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान मार्केट कमेटी के सचिव जितेंद्र श्योराण के साथ ही भाकियू के जिलाध्यक्ष अशोक लठवाल, ब्लॉक अध्यक्ष भगत सिंह आदि मौजूद रहे।
‘अधिकतर धान में नमी’
हैफेड के परचेज अधिकारी प्रवीण भारद्वाज ने बताया कि अधिकतर धान में नमी है। इसके अलावा कई ढेरियों में दाना टूटा हुआ है और करीब 80 फीसदी में सफाई नहीं होती।