जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 4 नवंबर
मिलर एवं आढ़ती मदन जिंदल द्वारा आत्महत्या करने से पूर्व छोड़े गए सुसाइड नोट में हैफेड के डीएम विकास देसवाल पर गंभीर आरोपों को लेकर सारी जांच एफएसएल रिपोर्ट आने में हो रही देरी के कारण लटक कर रह गई है। अब इस रिपोर्ट को जल्द मंगवाने के लिए एसपी अम्बाला से एक डीओ लैटर लिखवाया जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस आगे कोई कार्रवाई कर पाएगी। आढ़ती के दोनों सुसाइड नोट व मोबाइल पुलिस ने कब्जे में लेकर फोरेंसिक जांच के लिए भेजे हुए हैं ताकि पता चल सके कि दोनों नोट्स की लिखाई एक ही है या अलग-अलग।
दरअसल रिपोर्ट के नहीं आने से सारे मामले में कार्रवाई को लेकर पुलिस पर सवालिया निशान लगने लगे हैं। पुलिस मंडी में चल रही उन चर्चाओं के अनुसार दूसरा सुसाइड नोट अभी तक नहीं ढूंढ पाई है जिसमें कथित रूप से कुछ शैलर संचालकों व आढ़तियों को जिम्मेवार बतया गया था। शुरू से ही मंडी में यह चर्चाएं चल रही हैं कि मौके पर दो सुसाइड नोट थे जिनमें से एक को गायब कर दिया गया था जिसमें डीएम हैफेड के लिए काम करने वाले उन व्यापारियों के नाम लिखे हुए थे जो पूरे विभाग को अपनी मुट्ठी में होने और जो चाहे करवा लेने का दम भरते हैं। जानकारी के अनुसार पुलिस ने मृतक आढ़ती के परिजनों से मिलकर उनके शैलर व आढ़त की दुकान से जरूरी रिकार्ड अपने कब्जे में ले लिया था। आरोपी बताए गए डीएम का यहां से स्थानांतरण कर दिया गया था लेकिन उन्हें अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है। कानून के जानकारों की माने तो चूंकि आरोपी का नाम सुसाइड नोट में लिखा है, इसलिए उसकी मुश्किलें बढ़ना तय है।
{अभी फोरेंसिक रिपोर्ट अम्बाला पुलिस को प्राप्त नहीं हुई है। रिपोर्ट जल्द पुलिस को मिल सके इसके लिए एसपी अम्बाला से एक डीओ लैटर लिखवाया जाएगा ताकि आगे की जांच तेजी से की जा सके। कथित रूप से गायब किए गए एक सुसाइड नोट के बारे भी पुलिस कोशिश करेगी, मामले की हर पहलू से जांच करेगी।
-राम कुमार, सिटी इंस्पेक्टर, अम्बाला शहर