ज्ञान ठाकुर
निज संवाददाता
शिमला, 2 दिसंबर
हिमालय क्षेत्र में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हिमाचल में मौसम ने करवट बदल ली है। राज्य के जनजातीय और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बीती रात से रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है जिससे राज्य में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। खासकर जनजातीय क्षेत्रों में लोगों को अभी से जबरदस्त ठंड का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के मुताबिक लाहौल-स्पीति की ऊंची पहाड़ियों सहित रोहतांग दर्रे पर बीती रात से ही हिमपात हो रहा है। इस ताजा हिमपात से सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है और कई स्थानों पर यातायात बाधित हुआ है। जिले के स्पीति उपमंडल में भी आज सुबह से बर्फबारी हो रही है और ये बर्फबारी रिहायशी इलाकों तक पहुंच गई है तथा पूरी घाटी बर्फ की सफेद चादर में ढक गई है। अत्यधिक ठंड के चलते स्पीति उपमंडल में पानी के स्रोत जम गए हैं। लाहौल घाटी में भी जबरदस्त ठंड के चलते पानी के स्रोत जमे हुए हैं और लोगों को अभी से ही पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
किन्नौर जिला की ऊंची चोटियों पर भी रात से ही हिमपात का क्रम जारी है। इस कारण जिले में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। उधर धौलाधार पर्वत शृंखलाओं पर भी आज इस मौसम का पहला हिमपात हुआ है। इससे पूरी कांगड़ा घाटी में तापमान में जोरदार गिरावट आई है। प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सुबह से ही घने बादल छाये हुए हैं और ठंडी हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग ने 2 और 3 दिसंबर को राज्य के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में भारी हिमपात का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने इस दौरान राज्य के निचले व मध्यवर्ती इलाकों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का येलो अलर्ट भी जारी किया है।