आदित्य शर्मा/नस
चंडीगढ़/पंचकूला, 24 जनवरी
शहर में गारबेज को लेकर चल रहे विवाद और असमंजस के माहौल में चंडीगढ़ रेजिडेंट्स एसोसिएशन वेलफेयर फेडरेशन (क्राफेड) की कोर कमेटी की आपातकाल मीटिंग बुलाई। इस मुद्दे पर नगर निगम और सफाई कर्मचारी यूनियन को छह-सूत्रीय सुझाव सुझाए। फेडरेशन के चेयरमैन हितेश पुरी ने कहा कि प्राइवेट रेहड़ियों द्वारा कूड़ा उठाने वाले सफाई सेवकों को हड़ताल पर नहीं जाना चाहिए।
नगर निगम की योजना के कार्यान्वित होने में अभी समय लगेगा, तब तक कोई न कोई हल निकल आएगा। डाॅ. अनीश गर्ग, मुख्य प्रवक्ता ने सुझाव दिया कि नगर निगम को संपर्क सेंटरों के माध्यम से 10 से 15 किलो तक के सब्सिडाइज रेट पर बायोग्रेडिड हरे और नीले डिस्पोजेबल थैले दिए जाने चाहिए। निगम की गाड़ियां कभी न आएं तो लोग उन थैलों में अपना कचरा बांधकर रख सकें।
बुजुर्गाें, दिव्यांगों का रखा जाये ध्यान
फेडरेशन के महासचिव रजत मल्होत्रा ने कहा कि नगर निगम इस योजना को लागू करते समय उन लोगों का ध्यान भी रखें जो सीनियर सिटीजन या दिव्यांग हैं या वह वर्किंग लोग भी हैं जिन्हें सुबह जल्दी निकलना पड़ता है। मकानों में तीसरी चौथी मंजिल पर रहने वाले लोगों का विशेष ध्यान रखना होगा। जीएस आहलूवालिया ने कहा कि वर्तमान स्थिति में 390 कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां इस शहर के कचरे का दबाव सहने में असमर्थ हैं।