इन्द्री (निस) : बीडीपीओ कार्यालय में ग्रामीण चौकीदार यूनियन ने बैठक कर अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाई। बैठक की अध्यक्षता ग्रामीण चौकीदार यूनियन के प्रधान जरनैल सिंह काम्बोज ने की। उन्होंने बताया कि ग्रामीण चौकीदारों ने सरकार ने वर्ष-2010 से 2015 तक के मुनादी भत्ते के 16 लाख रुपये अभी तक नहीं दिए। चौकीदारों का पीएफ लागू करने की मांग पूरी नहीं की गई और मृत्यु पंजीकरण रिपोर्ट ऑनलाइन नहीं की गई। बैठक में ग्रामीण चौकीदारों को वेतनवृद्धि कर 18,000 रुपये देेने की मांग उठाई गई। बैठक में यूनियन ने कहा कि इन मांगों को लेकर रणनीति बनाने के लिए यूनियन ने एक फरवरी को करनाल में कर्ण पार्क में महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। बैठक में मामूराम, शुभम, रामेश्वर सैनी, महेन्द्र कुमार, पूर्णचन्द, ओमप्रकाश, सोमनाथ, रमेश चन्द, प्रिंस, किरण देवी मौजूद थे।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।