पंचकूला, 5 जून (ट्रिन्यू)
तीन कृषि कानूनों को लेकर किसानों ने आज यहां भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में जोरदार प्रदर्शन किया गया। पुलिस ने किसानों को खदेड़ने के लिये हल्का बल प्रयोग भी किया। प्रदर्शन के कारण माजरी चौक और ओल्ड पंचकूला के लाईट प्वाइंट पर काफी देर तक रोड जाम रहा, जिसके कारण वाहनों की लंबी लाइनें लग गयीं।
गुस्साये किसान विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता और केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया के आवास पर जाकर कृषि कानूनों की प्रतियां जलाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने किसानों को वहां तक नहीं पहुंचने दिया। भाकियू के जिला प्रधान ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज स्पीकर और मंत्री के आवास पर कृषि कानूनों की प्रतियां जलाने का कार्यक्रम था। उन्होंने बताया कि बरवाला व मोरनी की तरफ से आये किसानों को पुलिस ने माजरी चौक पर और पिंजौर-कालका की तरफ से आये किसानों को ओल्ड पंचकूला लाइट प्वाइंट पर रोक किया। उन्होंने बताया कि किसान जब अवरोधक पर कर आगे बढ़ने लगे तो पुलिस ने उन पर बल का प्रयोग किया। जिसके कारण चार-पांच लोगों को चाेट लगी हैं। इसके बाद किसानों ने रोड जाम कर दिया। भाकियू नेता ने कहा कि उचाना में किसानों पर विधायक के इशारे पर दर्ज किये गये मुकदमों के खिलाफ 7 जून को पुलिस थानों का घेराव किया जायेगा।
आप और इनेलो ने किया समर्थन
उधर, आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र राठी ने कहा कि किसानों के तीनों काले कानून की सरकार ने जल्द वापस लेना चाहिए। जायज मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे किसानों पर बल प्रयोग करना सरासर गलत है। वहीं, इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला और पार्टी नेता अभय सिंह चौटाला के निर्देश पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने आज उपायुक्त कार्यालय के बाहर कृषि कानूनों की प्रतियां जलाईं और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुये तीनों कानून वापस लेने की मांग की।