नयी दिल्ली, 16 जून (ट्रिन्यू/एजेंसी)
रक्षा सेवाओं में भर्ती के लिए पेश की गई ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ बृहस्पतिवार को हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश समेत देश के ज्यादातर हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार का उद्देश्य सेना की भावना को कम करना और सेना के जवानों को दिए जा रहे लाभों में कटौती करना है। बिहार में प्रदर्शन तब बेहद उग्र हो गया जब प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया।
हरियाणा के गुरुग्राम, रेवाड़ी, चरखी दादरी और पलवल में सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए तथा राजमार्गों को अवरुद्ध कर दिया। पलवल में प्रदर्शनकारियों ने डीसी निवास को घेर लिया और पथराव किया। इस दौरान पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी। इससे भड़के युवाओं ने पुलिस की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। विरोध प्रदर्शन के चलते पलवल में 3 घंटे नेशनल हाईवे जाम रहा। इस दौरान इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी। प्रदर्शनकारियों ने गुरुग्राम-जयपुर राजमार्ग पर जाम लगाया। रोहतक में एक युवा ने विरोध में फांसी लगाकर जान दे दी।
बिहार में बुधवार से चल रहे विरोध प्रदर्शन बृहस्पतिवार को उग्र हो गए। प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों में आग लगा दी और पथराव किया। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और रेलवे पटरियों पर बैठे युवाओं पर लाठीचार्ज किया। वहीं, नवादा में भाजपा की विधायक अरुणा देवी के वाहन पर पथराव किया, जिसमें विधायक सहित पांच लोग घायल हो गए। विरोध प्रदर्शनों के चलते पटना-गया, बरौनी-कटिहार और दानापुर-डीडीयू जैसे व्यस्त मार्ग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। ट्रेनें कई घंटे देरी से चलीं।
राजस्थान के भी अनेक हिस्सों में युवाओं ने विरोध-प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कभी केंद्र में सत्तारूढ़ राजग का हिस्सा रही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के कार्यकर्ता भी प्रदर्शन में शामिल हुए। उधर, दिल्ली में युवाओं ने रेल मार्ग अवरुद्ध किया। यूपी के कई इलाकों में भी विरोध प्रदर्शन हुए। बलिया, बुलंदशहर के खुर्जा में भी युवाओं ने नारेबाजी की। इस दौरान अलीगढ़-गाजियाबाद ट्रेन ट्रैक ठप रहा। इंदौर में एक व्यस्त चौराहे पर तिरंगा लेकर युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने ‘अग्निपथ’ योजना को तुरंत वापस लेने की मांग की।
गौर हो कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी। चार साल के बाद 75 फीसदी सैनिकों को पेंशन जैसी सुविधाओं के बगैर ही सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। शेष 25 प्रतिशत को भारतीय सेना में नियमित रखने का प्रावधान किया गया है।
34 से अधिक ट्रेनें रद्द : विरोध प्रदर्शनों के चलते बृहस्पतिवार को 34 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गईं और आठ अन्य को आंशिक रूप से रद्द किया गया। रेलवे ने कहा कि प्रदर्शनों के चलते 72 अन्य ट्रेन देरी से चल रही हैं। इनके अलावा पांच मेल और एक्सप्रेस ट्रेन तथा 29 यात्री ट्रेन रद्द कर दी गईं। अकेले पूर्व मध्य रेलवे जोन में कुल 22 ट्रेन रद्द की गईं। रद्द ट्रेनों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस, लिच्छवी एक्सप्रेस व लखनऊ छपरा एक्सप्रेस शामिल हैं।
”न कोई रैंक, न कोई पेंशन, न 2 साल से कोई सीधी भर्ती, न 4 साल के बाद स्थिर भविष्य, न सरकार का सेना के प्रति सम्मान। देश के बेरोज़गार युवाओं की आवाज़ सुनिए, इन्हें ‘अग्निपथ’ पर चला कर इनके संयम की ‘अग्निपरीक्षा’ मत लीजिए, प्रधानमंत्री जी। ”
– राहुल गांधी, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष
”केंद्र सरकार से अपील-युवाओं को चार साल नहीं, पूरी जिंदगी देश सेवा करने का मौका दिया जाए। पिछले दो साल सेना में भर्तियां नहीं होने की वजह से आकांक्षी युवा पात्रता से अधिक उम्र के हो गए हैं, उन्हें भी मौका दिया जाए। युवा नाराज़ हैं। ” – अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री-दिल्ली
सरकार का दावा- अब अवसर के खुलेंगे द्वार
विरोध प्रदर्शनों के बीच केंद्र सरकार ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि भर्ती का यह नया मॉडल युवाओं के लिए अवसर के द्वार खोलेगा। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, ‘यह योजना सशस्त्र बलों में नयी गतिशीलता लाएगी। यह युवाओं को राष्ट्र की सेवा करने का मौका देगी।’ सरकारी अधिकारियों ने विपक्ष की आलोचना को दृढ़ता से खारिज करते हुए कहा, कहा, ‘यह भारतीय सशस्त्र बलों के लोकाचार और मूल्यों (वैल्यू) का अपमान है। चार साल तक वर्दी पहनने वाले युवा जीवन भर देश के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे। अब भी हजारों लोग कौशल के साथ सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त होते हैं, लेकिन उनके राष्ट्र विरोधी ताकतों में शामिल होने का कोई उदाहरण नहीं है। उद्यमी बनने की इच्छा रखने वालों के लिए -उन्हें एक वित्तीय पैकेज और बैंक ऋण योजना मिलेगी। आगे पढ़ाई करने के इच्छुक व्यक्तियों को 12 वीं कक्षा के समकक्ष प्रमाणपत्र और ब्रिजिंग कोर्स प्रदान किया जाएगा।’ अधिकारी ने यह भी कहा, ‘अग्निपथ’ योजना के तहत सेना की रेजिमेंट प्रणाली में कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है।’