शाहाबाद मारकंडा, 16 जून (निस)
भारतीय सेना में युवकों को 4 वर्ष के लिए भर्ती करने के नियम से भारतीय किसान यूनियन चढूनी के राष्ट्रीयाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी खुश नहीं हैं। चढूनी ने कहा कि उनका संगठन इस मामले पर शीघ्र राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री को पत्र लिखेगा। उन्होंने मांग की है कि सेना में भर्ती सरकार पुरानी तर्ज पर ही करे। प्रतीत होता है कि यह नियम सरकार ने केवल अपना पैसा बचाने के लिए किया है क्योंकि पहले जो नियमित भर्ती होती रही है उसमें वेतन तुलनात्मक दृष्टि से अधिक मिलता था । जबकि अब कम वेतन मिलेगा और पेंशन सुविधा भी सरकार को नहीं देनी पड़ेगी और फौजियों को जो अन्य सुविधाएं ताउम्र मिलती हैं वह सुलभ नहीं होंगी। नए कानून का सबसे ज्यादा नुकसान किसान व मजदूर वर्ग को ही होगा क्योंकि मिलट्री में सबसे ज्यादा बच्चे इन्हीं के जाते हैं जिससे बेरोजगारी बढ़ेगी।