रोहतक, 22 जून (निस)
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के फोरेंसिक मेडिसन विभागाध्यक्ष डॉ. एसके धत्तरवाल व प्रो. जितेंद्र जाखड़ को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, पंजाब में आयोजित इंडो-पेसिफिक एकेडमी ऑफ फोरेंसिक ओडोंटोलोजी 2022 की आठवीं अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में पेपर प्रजेंटेशन श्रेणी में द्वितीय व तृतीय अवार्ड से नवाजा गया है। उनकी इस उपलब्धि पर गृह मंत्रालय में डायरेक्टरेट ऑफ फोरेंसिक सांईस सर्विसेज के निदेशक कम चीफ फोरेंसिक सांईटिस्ट डॉ. एस.के. जैन ने उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
फोरेंसिक विभागाध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार धत्तरवाल ने बताया कि चंडीगढ़ में हुई कान्फ्रेंस में देश-विदेश से करीब 300 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था और 150 पेपर प्रस्तुत किए गए थे। डॉ. डॉ. एसके धत्तरवाल ने बताया कि कान्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया था कि किस प्रकार के अज्ञात व्यक्ति की पहचान पोस्टमार्टम के दौरान उसके शरीर में डाले इंप्लांट से की। उन्होंने बताया कि इंप्लांट के माध्यम से अज्ञात व्यक्ति की पहचान हो पाई। डॉ. धत्तरवाल ने बताया कि उनके इस प्रस्तुतिकरण को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. जितेंद्र जाखड़ ने बताया कि कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने ए ह्यूमन स्कल विद इंजरी ओवर दा वरटैक्स एंड काएक्जिटेंस ऑफ इंका बॉन ऑन दा सेम साइट विषय पर पेपर प्रस्तुत किया था।