गुरुग्राम, 12 मार्च (हप्र)
विकास के मामले अपनी ही सरकार के खिलाफ सार्वजनिक रूप से मोर्चा खोलने वाले केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत का दबाव एक बार फिर काम आया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में सीएम मनोहर लाल खट्टर की घोषणाओं पर सुस्त गति से काम करने पर उनके तीखे सुरों के बाद अब प्रशासन हरकत में आ गया है। मुख्यमंत्री की घोषणाओं से संबंधित कार्यों के लिए स्थानीय अफसरों को चंडीगढ़ मुख्यालय से कोर्डिनेट करके जरूरी कार्रवाई पूरी करने के लिए कहा गया है।
चार दिन पहले ही पचगांव में नेशनल हाईवे से संबंधित परियोजनाओं के शिलान्यास व शुरूआत संबंधी कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी मौजूद थे। यहां भारी भीड़ के सामने सीएम की घोषणा के तहत कूकड़ौला गांव द्वारा 12 एकड़ जमीन देने के सालों बाद भी इंजीनियरिंग काॅलेज का कार्य शुरू नहीं होने, मानेसर में गवर्नमेंट काॅलेज, खरखड़ी में व्यायामशाला, वजीराबाद गांव स्टेडियम व सरकार बनने के 7 साल बाद भी सिविल अस्पताल का निर्माण नहीं करवा पाने पर सवाल उठा दिए। पूरे घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने खुद इन कार्यों पर काम शुरू नहीं होने पर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई तथा उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए नाराजगी भी जताई। इसी का असर यह हुआ कि डीसी निशांत यादव हरकत में आए और शनिवार को ही मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं पर विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए बैठक बुला ली।