ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 23 जून
हरियाणा की बेटियों ने हर जगह परचम लहराया है। हाल ही में 10वीं, 12वीं की परीक्षाओं में अव्वल प्रदर्शन के बाद अब खेल जगत में उन्होंने हरियाणा और देश का नाम रोशन किया है। असल में अंडर-17 एशियाई चैंपियनशिप में आठ में से 6 स्वर्ण पदक हरियाणा की छोरियों ने जीते हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किर्गिस्तान के बिश्केक में हाल ही में आयोजित अंडर-17 एशियाई चैंपियनशिप में राज्य की बेटियों द्वारा दिखाए गए जौहर के लिए उन्हें बधाई दी है। प्रतियोगिता में भारत द्वारा जीते गए कुल 10 पदकों में से हरियाणा ने सात पदक जीते हैं। इनमें छ स्वर्ण और एक कांस्य पदक शामिल है। इस चैंपियनशिप में राज्य से कुल सात बेटियों ने भाग लिया और प्रत्येक ने पदक जीता है।
मुख्यमंत्री ने देश और राज्य को गौरवान्वित करने के लिए खिलाड़ियों, उनके परिवारों, शिक्षकों और प्रशिक्षकों को बधाई देते हुए कहा, विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा, ‘भारत द्वारा जीते गए कुल 10 पदकों में से छह स्वर्ण और एक कांस्य सहित सात पदक जीतकर हमारी बेटियों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि हरियाणा को भारत की पदक फैक्टरी के रूप में क्यों जाना जाता है’। भारत ने आठ स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य से कुल 235 अंकों के साथ खिताब अपने नाम किया। जापान 143 अंकों के साथ उपविजेता रहा और 138 अंकों के साथ मंगोलिया तीसरे स्थान पर रहा।
52 खिलाड़ियों को भीम अवार्ड, राज्यपाल बोले- देश को हरियाणा ने बनाया सिरमौर
एस. अग्निहोत्री/ हप्र
पंचकूला, 23 जून
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारत को दुनिया का सिरमौर बनाने में हरियाणा के खिलाड़ियों का अहम योगदान है। सरकार की नयी खेल नीति युवाओं के लिए बड़ी कारगर सिद्ध हुई है। इसमें युवाओं को नकद पुरस्कार के साथ नौकरियां भी प्रदान की जा रही हैं।
राज्यपाल ने बृहस्पतिवार को यहां इन्द्रधनुष ऑडिटोरियम में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक दिवस पर आयोजित समारोह में यह बात कही। इस अवसर पर उन्हाेंने प्रदेश के 52 खिलाड़ियों को भीम अवार्ड से सम्मानित किया। इनमें 19 विशेष पैरा खिलाड़ी भी शामिल हैं।
राज्यपाल ने कहा कि ओलंपिक, राष्ट्रमंडल जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खेलों में हरियाणा की रैंकिंग देखने योग्य होती है। हरियाणा को खेलों का पर्याय समझा जाने लगा है। जहां भी खेलों की चर्चा होती है, सबसे ऊपर हरियाणा का नाम आता है। दत्तात्रेय ने कहा कि सरकार की ‘पदक लाओ पद पाओ’ नीति के सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं। इस नीति के तहत अब तक पदक लाने वाले 190 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां प्रदान की गई हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने लगभग 12 हजार खिलाड़ियों को 425 करोड़ रुपये की राशि पुरस्कार के रूप में प्रदान करने का कार्य किया है। खिलाड़ियाें को जमीनी स्तर से तैयार करने के लिए 1100 खेल नर्सरियां और 1100 गांवों में योग एवं व्यायामशालाएं खोली गई हैं।
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, प्रदेश के खेल एवं युवा मामले मंत्री संदीप सिंह, मुख्य सचिव संजीव कौशल, एसीएस डाॅ. महाबीर सिंह, खेल एवं युवा मामले विभाग के निदेशक पंकज नैन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी समारोह में मौजूद रहे।
यूथ गेम्स की तर्ज पर मंडल, उपमंडल स्तर पर मुकाबले
खेल मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि भीम अवार्ड के लिए चयन प्रक्रिया को पारदर्शी ढंग से ऑनलाइन दर्शाने वाला हरियाणा पहला राज्य है। सभी लोगों के सामने खिलाड़ियों की उपलब्धियों को रखकर भीम अवार्डियों की सूची को अंतिम रूप दिया जाता है। उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स’ की तर्ज पर मंडल, जिला, उपमंडल व खंड स्तर पर खेलों का आयोजन करवाया जाएगा। पंचकूला में स्पोर्ट्स रिहैबिलिटेशन सेंटर तैयार हो चुका है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को खेल नर्सरियां दी जाएगीं, ताकि वे अच्छे खिलाड़ी तैयार कर सकें। प्रदेश के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने कहा कि प्रदेश में खेलों के लिए 250 करोड़ रुपये की लागत से विश्व स्तर का इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है।