गुरुग्राम, 21 जून (हप्र)
आखिरकार नगर निगम के कमिश्नर ने सोमवार को पार्षदों के साथ औपचारिक परिचय बैठक कर ही ली। बैठक में पार्षदों और कमिश्नर ने अपने-अपने काम करने का तरीका और तेवर दोनों दिखा दिए। कमिश्नर ने पार्षदों को इशारों में ही सलाह दी कि अपने वार्ड के विकास कार्य में भेदभाव न बरतें, वहीं पार्षदों ने भी साफ कर दिया कि चुनावी माहौल शुरू होने से पहले विकास कार्य युद्धस्तर पर शुरू नहीं किए गए तो सरकार की छवि खराब होगी।
गौर हो कि एक पखवाड़े से अधिक समय बाद निगम कमिश्नर मुकेश कुमार आहूजा ने पार्षदों के साथ औपचारिक बैठक की है। 35 वार्डों के 34 में से कुल 26 पार्षद बैठक में पहुंचे। बैठक की शुरूआत आपसी परिचय से हुई, इसके बाद हाल ही में कोरोना से जान गंवाने वाले पार्षद आरएस राठी की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण किया गया। मेयर मधु आजाद ने कहा कि अधिकारी पार्षदों द्वारा सुझाये कार्यों एवं उनके द्वारा उठाई गई समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें। निगम कमिश्नर ने पार्षदों से कहा कि वे अपने वार्डों की समस्यायें और विकास कार्य करवाने की सूची प्राथमिकता क्रम के साथ सीधे उन्हें सौंपे, ताकि संबंधित कार्यों को समय पर पूरा करवा सकें। उन्होंने हर महीने पार्षदों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित करने का भी वादा किया। साथ ही पार्षदों को सलाह दी कि बिना भेदभाव विकास कार्य करवायें। इनके अलावा लंबित विकास कार्यों, धीमी गति से चलने वाले कार्यों, भविष्य में किए जाने वाले विकास कार्यों तथा खराब गुणवत्ता वाले कार्यों की अलग-अलग सूची तैयार करें। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम जैसा चंडीगढ़ में बैठकर दिखता है वैसा नहीं है, यहां धरातल पर काफी अंतर है। इस शहर को कचरा एवं पॉलिथीन फ्री सिटी बनाया जाएगा। इसके तहत खत्तों या सेकेंडरी कचरा प्वाइंटों की जगह मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी विकसित की जाएंगी। सड़कों की हालत को सुधारा जाएगा तथा ड्रेनेज एवं सीवरेज सिस्टम को ठीक किया जाएगा। इस मौके पर प्रोमिला कबलाना, सुनीता यादव, कुलदीप यादव, विरेंद्र राज यादव, बह्म यादव मौजूद थे।
शिकायतों की गंभीरता से हो जांच : पार्षद
बैठक में पार्षदों ने भी अपने तेवर दिखाए। एक पार्षद ने कमिश्नर के मासिक, ज्वाइंट कमिश्नर के पाक्षिक बैठक के वादे की ओर इंगित करते हुए कहा, ‘आप अपने वादे पर खरे रहे तो समस्याओं का समाधान बिना विवाद के हो जाएगा।’ एक अन्य पार्षद ने कहा कि निगम में की जाने वाली शिकायतों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए ताकि भ्रष्टाचार की गुंजाइश न रहे। पार्षदों ने वार्ड अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अंदरूनी तबादलों में पार्षद की राय लेने संबंधी बात भी रखी।