दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 22 जून
हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने ग्राउंड लेवल के वर्करों की सुनवाई के लिए विधायकों से लेकर मुख्यमंत्री तक की जिम्मेदारी तय की है। विधायकों को वर्करों की सुनवाई करनी होगी और विधायकों की समस्याओं का समाधान मंत्री करेंगे। मंत्रियों की बातों को मुख्यमंत्री सुनेंगे। सभी मंत्रियों को हरियाणा सिविल सचिवालय में समय देना होगा। उन्हें विधायकों व जिलों से आने वाले वर्करों को तवज्जो देनी होगी।
मंगलवार को यहां हरियाणा निवास में संयुक्त विधायक दल की बैठक में यह मुद्दा गरमाया रहा। बैठक में भाजपा के अलावा गठबंधन सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जजपा) और निर्दलीय विधायक भी मौजूद रहे। दोनों पार्टियों का शीर्ष नेतृत्व भी बैठक में मौजूद रहा। भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े की मौजूदगी में हुई इस बैठक में सीएम मनोहर लाल खट्टर, डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़, संगठन महामंत्री रविंद्र राजू व जजपा प्रदेशाध्यक्ष सरदार निशान सिंह भी मौजूद रहे। बैठक में मौजूद रहे सूत्रों का कहना है कि विधायक दल की बैठक में इस बार प्रशासन की बजाय शासन पर अधिक फोकस रहा।
हरियाणा मामलों के प्रभारी विनोद तावड़े ने बैठक में कहा, ‘पार्टी नेताओं व वर्करों से मुलाकात के दौरान उनकी सबसे बड़े शिकायत यह थी कि उन्हें मंत्रियों से मुलाकात करने में दिक्कत आती है। कई विधायकों ने भी ऐसी ही बात कहीं’। तावड़े ने कहा कि विधायक, वर्करों की सुनेंगे और विधायकों की समस्याओं का समाधान करना मंत्रियों का काम है। मंत्रियों को चाहिए कि वे सचिवालय में सिटिंग तय करें और इस दौरान आने वाले जनप्रतिनिधियों व नेताओं को तवज्जो दें। सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए सरकार की पीठ थपथपाई।
साथ ही, कहा कि तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयारी की गई है। सीएम के निर्देश पर बैठक के दौरान कंप्यूटर पर सरकार द्वारा तैयार करवाए जा रहे ‘जनसहायक पोर्टल’ के बारे में जानकारी दी गई। सरकार एक मोबाइल एप भी बना रही है। इस एप के जरिये प्रदेश के आम लोग अपनी समस्याओं के बारे में अवगत करवा सकेंगे। आम लोगों की समस्याओं को पंच-सरपंच व शहरों में वार्ड पार्षद से लेकर सभी अधिकारी व विधायक देख सकेंगे।
सीएम बोले- संक्रमण कम हुआ तो मिलना हुआ विधायकों से
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में सीएम ने कहा कि कोरोना काल की वजह से विधायकों से मिलना नहीं हुआ था। अब संक्रमण केस कम हो रहे हैं, ऐसे में भाजपा-जजपा के साथ निर्दलीय विधायकों को बैठक में बुलाया गया। सीएम ने कहा कि बैठक में सरकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए बनाए गए जनसहायक पोर्टल के बारे में विधायकों को जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी संभावित लहर को लेकर सरकार ने पूरी तैयारी की हुई है।
सीएम खट्टर से मिला किसानों का प्रतिनिधिमंडल, पगड़ी पहना कर किया सम्मान
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 22 जून
दिल्ली बाॅर्डर पर पिछले लगभग 7 महीनों से चली रहे किसानों के आंदोलन के बीच मंगलवार को किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चंडीगढ़ में सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। सीएम आवास पर पहुंचे किसानों ने मुख्यमंत्री को पगड़ी पहना कर उनका सम्मान किया। साथ ही, केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को किसानों के फायदे में बताया।
भारतीय किसान यूनियन (भूपेंद्र मान) के प्रदेशाध्यक्ष गुणी प्रकाश ठाकुर के नेतृत्व में किसानों का यह शिष्टमंडल चंडीगढ़ पहुंचा था। इस दौरान इन नेताओं ने अन्य किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी को कृषि कानूनों पर खुली बहस की चुनौती दी। साथ ही, संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के खिलाफ भी भड़ास निकाली। सीएम से मिले किसान नेताओं ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिल्ली बाॅर्डर पर डटे किसान नेताओं को अपनी प्रॉपर्टी का ब्योरा देना चाहिए। वे अपनी तरक्की का राज बताएं। इस मौके पर गुणी प्रकाश ठाकुर ने कहा कि गेहूं फसल की पेमेंट किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर हुई है, जो किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना के लिए भी किसानों ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
किसान नेताओं ने कहा कि 7 महीने पहले जो आंदोलन शुरू हुआ था ओर जो आशंकाएं व्यक्त की गई थी, वे सभी निर्मूल साबित हुई हैं। प्रदेश सरकार किसानों के हित में काम कर रही है। किसान के बहाने ‘सत्ता की चाहत रखने वाले’ राजनीतिक दलों के ‘स्लीपर सैल’ के लोग सड़कों पर हैं।
सीएम आएं कुरुक्षेत्र हम करेंगे स्वागत
गुणी प्रकाश ठाकुर ने ऐलान किया कि 15 दिनों के बाद मुख्यमंत्री से समय लेकर कुरुक्षेत्र में किसानों का बड़ा कार्यक्रम करेंगे। इसमें सीएम का धन्यवाद किया जाएगा। गुरनाम सिंह चढ़ूनी को खुली चुनौती देते हुए ठाकुर ने कहा, वे कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का विरोध करके दिखाएं। किसान नेताओं ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का पूरा हक है, लेकिन गुंडागर्दी का सहारा लेकर किसानों के इस कार्यक्रम को डिस्टर्ब किया तो पुलिसबल के साथ किसान यूनियन के कार्यकर्ता भी कार्यक्रम की सुरक्षा करेंगे।