चंडीगढ़, 22 जून (ट्रिन्यू)
हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने मंगलवार को प्रदेश की 45 नगर परिषदों व नगर पालिकाओं में चेयरमैन पद के लिए ड्रा का आयोजन किया। 45 शहरों में से 15 में चेयरमैनी की कमान महिलाओं के हाथों में होगी। हालांकि सामान्य वर्ग के लिए आरक्षित किए गए प्रधान पद पर महिलाएं भी चुनाव लड़ सकेंगी। ऐसे में महिलाओं की संख्या अधिक भी हो सकती है। इस मौके पर विभाग के अधिकारियों के अलावा विभिन्न जिलों के पालिका आयुक्त, परिषद व पालिकाओं के निवर्तमान प्रधान तथा पार्षद भी मौजूद रहे।
इन सभी निकायों को सरकार पिछले दिनों ही भंग कर चुकी है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इन सभी नगर परिषदों व नगर पालिकाओं के चुनावों का ऐलान भी हो सकता है। राज्य चुनाव आयोग को सरकार से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। प्रदेश के 9 शहरों में नगर परिषद/नगर पालिकाओं में चेयरमैन का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है। इनमें पलवल, सोहना, सिरसा, फतेहाबाद, चीका, ऐलनाबाद, राजौंद, महम व असंध शामिल हैं। इनमें से सोहना, चीका व महम नगर पालिका अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित की गई है। इसी तरह से चार निकायों में पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष बनेंगे। बहादुरगढ़ व नांगल-चौधरी को पिछड़ा वर्ग की महिला के लिए रिजर्व किया गया है। वहीं झज्जर और बावल में पिछड़ा वर्ग के चेयरमैन बनेंगे। ड्रा में 10 नगर परिषद/नगर पालिका को सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित किया है। इनमें नारनौल, नरवाना, कैथल, जींद, थानेसर, भिवानी, रतिया, कालांवाली, नारायणगढ़ व सफीदों शामिल हैं। प्रदेश की 22 नगर परिषद/नगर पालिकाओं में अध्यक्ष का पद ओपन रहेगा। यह पद सामान्य वर्ग के लिए होगा, लेकिन इन पर अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग या फिर महिलाएं भी चुनाव लड़ सकेंगी। इन निकायों में चरखी दादरी, हांसी, बरवाला, टोहाना, भूना, उचाना, मंडी डबवाली, होडल, गन्नौर, रानियां, गोहाना, महेंद्रगढ़, समालखा, तरावड़ी, निसिंग, घरौंडा, पेहोवा, शाहाबाद, लाडवा, नूंह, फिरोजपुर-झिरका व पुन्हाना शामिल हैं।
वर्तमान में सरकार ने इन सभी 45 निकायों को भंग करके उनमें प्रशासक नियुक्त किए हुए हैं। कोरोना संक्रमण की दर भी राज्य में काफी घट चुकी है। ऐसे में अब निकाय चुनावों का जल्द ऐलान होने के आसार हैं।
अध्यक्ष पद पर सीधे होंगे चुनाव
खट्टर सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में नगर निगमों में मेयर पद के सीधे चुनाव का फैसला लिया था। इसके बाद हिसार, रोहतक, पानीपत, करनाल और यमुनानगर निगम में मेयर के डायरेक्ट चुनाव भी करवाए गए। पांचों निगमों में मेयर पद पर भाजपा ने जीत हासिल की। इसके बाद सरकार ने नगर परिषद व नगर पालिकाओं में चेयरमैन/अध्यक्ष के चुनाव भी सीधे कराने का निर्णय लिया।