मुंबई, 21 मार्च (एजेंसी)
महाराष्ट्र के धुले जिले में अपनी बेटी के लिए गुजारा भत्ते की मांग को लेकर अपनी पत्नी के साथ भूख हड़ताल पर बैठे 70 वर्षीय शख्स की मौत हो गयी है। उनके रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि वह प्रशासन की उदासीनता के शिकार हुए हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुधनवा भडाने की 20 मार्च की धुले जिले के जिलाधीश कार्यालय के बाहर मौत हो गयी। वह और उनकी पत्नी रंजना अपनी बेटी के लिए गुजारा भत्ते की मांग को लेकर 14 मार्च को भूख हड़ताल पर बैठे थे। उनकी बेटी को उसके पति ने छोड़ दिया है। अधिकारी ने बताया कि रंजना भडाने को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत स्थित बतायी जा रही है। भडाने दंपति के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि दंपति के भूख हड़ताल पर बैठने के बाद स्थानीय प्रशासन के किसी अधिकारी ने हस्तक्षेप नहीं किया और न ही इस मसले को हल करने की कोशिश की। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रिश्तेदारों ने कहा है कि वह तब तक शव नहीं लेंगे जब तक कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो जाती और भडाने परिवार को न्याय नहीं मिल जाता।