गुरुग्राम, 24 जून (हप्र)
सोहना नगर परिषद की टीम ने अरावली हिल्स पर बने अवैध फार्म हाउसों के निर्माण गिराने के नाम पर जमकर मनमानी चलाई। टीम के साथ आए अफसरों ने उंची पहुंच वालों तथा निर्माणाधीन फार्म हाउसों को न सिर्फ अनदेखा किया, निशाने पर लिए गए फार्म हाउसों में भी तोड़फोड़ के नाम पर खानापूर्ति की। इस टीम ने अरावली रिट्रीट में 10 फार्म हाउसों पर जेसीबी मशीन चलाई।
फरवरी महीने में की गई तोड़फोड़ की तरह एक बार फिर नगर परिषद सोहना का दस्ता जेसीबी लेकर अरावली रिट्रीट में पहुंचा। सोहना की नायब तहसीलदार शैली मलिक के नेतृत्व में इस दस्ते ने ए, बी, सी व ई ब्लाॅक के कुल 10 फार्म हाउसों की कई स्थानों से चार दीवारी गिराई तथा इन फार्म हाउसों में श्रमिकों के लिए हुए निर्माणों को भी क्षति पहुंचा। खास बात यह है कि पूरी कार्रवाई के दौरान इन फार्म हाउसों में बनी अलीशान कोठियों तक परिषद की अर्थ मूवर मशीन नहीं पहुंची। चार अर्थ मूवर मशीनों ने सिर्फ उन्हीं निर्माणों को गिराया जो 10 साल से भी ज्यादा पुराने थे। अलग-अलग ब्लाॅक में बने फार्म हाउसों को गिराने के लिए यह दस्ता कई ऐसे फार्म हाउसों के सामने से होकर निकला जहां बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा था और अरावली से खनन करके निकाले गए पत्थरों से 10-10 फुट से भी ज्यादा उंची चार दीवारी के निर्माण में दर्जनों श्रमिक लगे थे। इनमें से कई फार्म हाउस तो ऐसे थे जो बहुमंजिला बनाए जा रहे थे। दस्ते ने फार्म हाउसों की चार दीवारी, कमरे, टीनशेड आदि को गिरा दिए। इस दौरान परिषद के एमई विशाल ठाकरान, बीआई मनोज सिवाच ने भी कार्रवाई पर निगरानी रखी।
गौरतलब है कि नगर परिषद सोहना के रिकार्ड में अरावली रिट्रीट में सिर्फ 424 फार्म हाउस बने हुए हैं और ये सभी अवैध तरीके से बनाए गए हैं। यहां कई नामचीन नेताओं, उद्योगपतियों और ब्यूरोक्रेट्स के अलावा न्यायिक सेवाओं के अधिकारियों के भी फार्म हाउस हैं। असंल ने उक्त फार्म हाउस योजना 1990 से वर्ष 2000 तक विकसित की थी।