जगाधरी, 10 जुलाई (निस)
सावन माह के पहले सोमवार पर जगाधरी इलाके के मंदिरों में श्रद्धालुओं की सुबह से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। तेज बरसात भी श्रद्धालुओं की आस्था को प्रभावित नहीं कर पाई। क्षेत्र मंदिरों में पुजारियों व कमेटी सदस्यों ने व्यवस्था की हुई थी। श्री स्वरूपेश्वर महादेव पीठ मंदिर अमादलपुर, प्राचीन श्री गौरीशंकर मंदिर जगाधरी, प्राचीन श्री पातालेश्वर महादेव पीठ दयालगढ़ बूडिया, प्राचीन शिव मंदिर भटली जगाधरी, प्राचीन श्री शिव मंदिर फतेहपुर जंगल, प्राचीन शिव मंदिर बूडिया, प्राचीन श्री चतुर्भुज मंदिर जगाधरी, शिव मंदिर चनेटी, प्राचीन श्री खेड़ा मंदिर जगाधरी आदि में श्रद्धालुओं ने शहद, जल, दूध, दही, तिल का तेल, बेलपत्र आदि से भोले का जलाभिषेक कर मंगल की कामना की। मंदिरों में श्रद्धालुओं को चाय का प्रसाद दिया गया।
मारकंडेश्वर महादेव मंदिर में उमड़े श्रद्धालु
कुरुक्षेत्र (हप्र) : भारी बरसात के बावजूद आज सावन के पहले सोमवार यहां के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। शिव भक्तों की आस्था के चलते श्रद्धालुओं ने बरसात में भीगते हुए भारी भीड़ में भगवान शिव के दर्शन किए, जलाभिषेक किया और पूजा-अर्चना की। यहां के स्थाणीश्वर महादेव मंदिर, कालेश्वर महादेव मंदिर, दु:खभंजन मंदिर, काम्यकेश्वर मंदिर कमोदा, सर्वेश्वर मंदिर ब्रह्मसरोवर, महोदव मोहल्ला में स्थित महादेव मंदिर, सब्जी मंडी स्थित हनुमान मंदिर में शिव मंदिर के अलावा दो दर्जन से भी अधिक शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी के सान्निध्य में श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में भक्तों की भारी भीड़ रही। मंत्रोच्चारण के साथ रुद्राभिषेक सम्पन्न करवाया। ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में देशभर में संचालित जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने ट्रस्टियों के साथ सावन के पहले सोमवार के अवसर पर सर्वकल्याण की भावना से तथा विश्व शांति के लिए रुद्राभिषेक किया।