ओटावा, 28 सितंबर (एजेंसी)
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान नाजी इकाई के लिए लड़ाई लड़ने वाले एक व्यक्ति को कनाडा की संसद में सम्मान देने पर माफी मांगी है। इस घटना की वैश्विक स्तर पर निंदा हुई और विपक्ष ने इसे देश के इतिहास में ‘सबसे बड़ी राजनयिक शर्मिंदगी’ करार दिया है। कनाडा में खालिस्तानी अलगाववादी की हत्या को लेकर भारत के साथ देश के बिगड़ते संबंधों के कारण ट्रूडो पहले से ही दबाव में हैं। ट्रूडो ने कहा, ‘यह भूलवश हुआ, कनाडा को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। जो भी लोग सदन में मौजूद थे, उन्हें इस बात पर गहरा खेद है कि उन्होंने खड़े होकर तालियां बजाकर अभिवादन किया।’ साथ ही दावा किया कि वह पूरे संदर्भ से बिल्कुल अनजान थे।
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