
लंदन, 25 मई (एजेंसी)
मैसूर के 18वीं सदी के शासक टीपू सुल्तान की तलवार ने लंदन में नीलामीकर्ता बोनहम्स के लिए भारतीय वस्तुओं की नीलामी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। ‘इस्लामी एवं भारतीय कला’ की इस सप्ताह हुई नीलामी में यह 1.4 करोड़ पौंड (जीबीपी) यानी 143 करोड़ रुपये से ज्यादा में
बिकी है।
वर्ष 1782 से 1799 तक शासन करने वाले टीपू सुल्तान की तलवार को ‘सुखेला'- सत्ता का प्रतीक कहा जाता है। तलवार स्टील की है और इस पर सोने से बेहतरीन नक्काशी की गई है। यह टीपू सुल्तान के निजी कक्ष में मिली थी और ईस्ट इंडिया कंपनी ने हमले के बाद जनरल डेविड बेयर्ड को भेंट की थी। इस हमले में टीपू सुल्तान की मौत हो गई थी, जिन्हें ‘टाइगर ऑफ मैसूर' के नाम से जाना जाता है। यह हमला मई 1799 में हुआ था।
बोनहम्स के इस्लामी और भारतीय कला के प्रमुख व नीलामकर्ता ओलिवर व्हाइट ने मंगलवार को बिक्री से पहले एक बयान में कहा था कि यह शानदार तलवार टीपू सुल्तान से जुड़े उन सभी हथियारों में सबसे बेहतरीन है, जो आज भी निजी हाथों में है। उन्होंने कहा कि सुल्तान का इसके साथ घनिष्ठ व्यक्तिगत जुड़ाव था और इसका उत्कृष्ट शिल्प कौशल इसे अद्वितीय व अत्यधिक वांछनीय बनाता है। तलवार का मूल्य 15 लाख से 20 लाख पौंड के बीच रखा गया था, लेकिन इसे 14,080,900 पौंड में बेचा गया। इस्लामी एवं भारतीय कला की समूह प्रमुख नीमा सागरची ने कहा कि दो लोगों ने फोन के जरिये, जबकि कक्ष में मौजूद एक व्यक्ति ने बोली लगाई और उनके बीच गर्मजोशी से मुकाबला हुआ।
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