मॉस्को, 14 सितंबर (एजेंसी)
रूस अपने ऐतिहासिक, राजनीतिक तथा आध्यात्मिक शहर मॉस्को की यात्रा के लिए भारतीय पर्यटकों को लुभाने का प्रयास कर रहा है। मॉस्को शहर की पर्यटन समिति शहर को न केवल एक सांस्कृतिक राजधानी के रूप में, बल्कि एक व्यवसायिक केंद्र के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है। वह व्यापारिक भागीदारों, पर्यटकों तथा अवकाश बिताने वालों को आकर्षित करने की कोशिश कर रही है। मॉस्को ने मित्र राष्ट्रों के पर्यटन क्षेत्रों के साथ सहयोग को भी मजबूत किया है। साथ ही शहर की पर्यटन क्षमता को प्रदर्शित करने के लिए व्यावसायिक यात्राओं की व्यवस्था की है। समिति के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग प्रभाग के प्रमुख बुलैट नूरमुखानोव ने कहा, ‘हम अब भी मॉस्को में भारतीय पर्यटकों आवाजाही को उस स्तर पर बहाल करने की राह पर हैं जैसा कि वैश्विक महामारी से पहले थी।’ उन्होंने कहा कि कोविड महामारी से पहले सालाना आधार पर 12-15 प्रतिशत की लगातार वृद्धि हो रही थी। साल की पहली छमाही में मॉस्को में करीब 20,000 भारतीय आए। यह आंकड़ा एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में करीब 56 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2022 में मॉस्को आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 2021 की तुलना में 6.3 प्रतिशत बढ़कर कुल 17 लाख हो गई थी।
बुलैट ने कहा कि ई-वीजा सेवा शुरू करने के बाद अब रूस की सरकार एक वर्चुअल ‘फॉरेन टूरिस्ट कार्ड’ लाने की योजना भी बना रही है जो विभिन्न सेवाओं के लिए नकदी-रहित भुगतान को सक्षम करेगा। इस बीच, मॉस्को में भारतीय दूतावास के सूत्रों ने पत्रकारों को बताया कि भारतीय पर्यटन मंत्रालय के साथ-साथ गोवा तथा केरल की सरकारें इस महीने एक गोलमेज चर्चा में हिस्सा लेने वाली हैं।