इस्लामाबाद, 4 मार्च (एजेंसी)
पाकिस्तान के मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग से संबंधित अतिरिक्त श्रेणी के तहत निर्धारित कुछ लक्ष्यों को पूरा करने में नाकाम रहने के कारण जून 2022 तक एफएटीएफ की ग्रे सूची में बने रहने की संभावना है। शुक्रवार को प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है। पेरिस स्थित फाइनांशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग की निगरानी करने वाली वैश्विक संस्था है। पाकिस्तान मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग पर लगाम लगाने में नाकाम रहने के कारण जून 2018 से एफएटीएफ की ग्रे सूची में है। पाकिस्तान अब तक चीन, तुर्की और मलेशिया जैसे करीबी सहयोगियों की मदद से एफएटीएफ की काली सूची में शामिल होने से बचता आया है। हालांकि, ग्रे सूची में बने रहने के कारण इस्लामाबाद के लिए आईएमएफ, विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और यूरोपीय संघ से वित्तीय मदद हासिल करना मुश्किल होता जा रहा है।