लाहौर, 25 जून (एजेंसी)
पाकिस्तान की आतंकवाद निरोधक अदालत ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के षड्यंत्रकारी साजिद मजीद मीर को आतंकी फंडिंग के एक मामले में साढ़े 15 साल जेल की सजा सुनाई है। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब पाकिस्तान वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की ग्रे सूची से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहा है। इससे पहले पाकिस्तान ने इस आतंकी को मृत घोषित कर दिया था। वह 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों में भूमिका के लिए भारत के सबसे वांछित आतंकवादियों की सूची में शामिल है। उस पर अमेरिका ने भी 50 लाख डॉलर का इनाम रखा हुआ है।
पंजाब पुलिस का आतंकवाद निरोधी विभाग (सीटीडी), जो अक्सर मीडिया को ऐसे मामलों में संदिग्धों के दोषी सिद्ध होने की जानकारी देता है, उसने साजिद मजीद मीर की दोषसिद्धि की सूचना नहीं दी। दरअसल, धनशोधन और आतंकवाद के वित्तपोषण के खिलाफ इस्लामाबाद की ओर से उठाए गए कदमों और इस संबंध में किए गए सुधारों की समीक्षा करने के लिए एफएटीएफ के अधिकारी जल्द ही पाकिस्तान का दौरा करने वाले हैं।