रोम, 4 अक्तूबर (एजेंसी)
पोप फ्रांसिस ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी ने यह साबित कर दिया है कि बाजार पूंजीवाद के ‘चमत्कारी सिद्धांत’ नाकाम हो गये हैं। उन्होंने कहा कि साथ ही, विश्व को एक नयी तरह की राजनीति की जरूरत है, जो वार्ता एवं एकजुटता को बढ़ावा दे तथा हर कीमत पर युद्ध को खारिज करे।
फ्रांसिस ने कोविड के बाद की दुनिया के लिये अपना दृष्टि पत्र जारी किया। इसमें उनकी सामाजिक शिक्षाओं के मूल तत्वों को समाहित किया गया है। इसे ‘सभी भाई हैं’ शीर्षक दिया गया है। इस पत्र के शीर्षक ने विवाद छेड़ दिया है क्योंकि इसमें ‘फ्रेटेली’ (भाई) शब्द का जिक्र है, जो लैंगिक समानता के अनुरूप नहीं है। हालांकि, वेटिकन ने कहा कि यह शब्द लैंगिक समावेशिता वाला है और यह दस्तावेज महिलाओं का भी समावेशन करता है।