सियोल, 15 सितंबर (एपी)चिर प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया ने अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करते हुए बुधवार को बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण किए। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि उसने पानी के भीतर लक्ष्य भेदने वाली अपनी पहली मिसाइल का परीक्षण किया है। एक स्वदेश निर्मित मिसाइल 3000 टन श्रेणी की पनडुब्बी से दागी गयी और इसने अपने निर्धारित लक्ष्य को भेदने से पहले पूर्व निर्धारित दूरी तय की। बयान में कहा गया है कि इस मिसाइल से दक्षिण कोरिया को संभावित बाहरी खतरों को रोकने, आत्मरक्षा को मजबूत करने और कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति को बढ़ावा देने में मदद मिलने की उम्मीद है।
इससे पहले दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा कि उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी की 2 बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। सेना ने बताया कि उत्तर कोरियाई मिसाइलें बुधवार को करीब 800 किलोमीटर की दूर तय करने के बाद कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच समुद्र में गिरीं। जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा ने कहा कि क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा को खतरा है और यह बिल्कुल घृणित है। जापान के तटरक्षक बल ने बताया कि मिसाइलों से किसी भी जहाज या विमान को नुकसान नहीं पहुंचा है। सोमवार को उत्तर कोरिया ने कहा था कि उसने 6 महीनों में पहली बार नयी क्रूज मिसाइल का परीक्षण किया। विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइलों का परीक्षण फिर से शुरू करने का मकसद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन पर परमाणु वार्ता को लेकर दबाव बनाना हो सकता है।