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हंगरी-ब्रिटिश लेखक डेविड स्जेले को बुकर पुरस्कार

हंगरी-ब्रिटिश लेखक डेविड स्जेले को उनके उपन्यास ‘फ्लेश' के लिए बुकर पुरस्कार 2025 का विजेता घोषित किया गया। स्जेले ने भारतीय मूल की लेखिका किरण देसाई के उपन्यास ‘द लोनलीनेस ऑफ सोनिया एंड सनी' को पीछे छोड़ते हुए यह सम्मान...

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हंगरी-ब्रिटिश लेखक डेविड स्जेले को उनके उपन्यास ‘फ्लेश' के लिए बुकर पुरस्कार 2025 का विजेता घोषित किया गया। स्जेले ने भारतीय मूल की लेखिका किरण देसाई के उपन्यास ‘द लोनलीनेस ऑफ सोनिया एंड सनी' को पीछे छोड़ते हुए यह सम्मान जीता।स्जेले (51) को एक ट्रॉफी और 50,000 पाउंड की नकद राशि पिछले वर्ष की बुकर पुरस्कार विजेता सामंथा हार्वे द्वारा प्रदान की गई। उनका यह उपन्यास भावनात्मक रूप से अलग-थलग पड़े एक व्यक्ति की कहानी है, जिसकी जिंदगी उसके काबू से बाहर हो चुकी घटनाओं के कारण बिखर जाती है। किरण देसाई दूसरी बार यह प्रतिष्ठित सम्मान हासिल करने से चूक गयी हैं। बुकर पुरस्कार के 56 साल के इतिहास में केवल पांच बार ऐसा हुआ है जब एक ही व्यक्ति ने दो बार यह पुरस्कार जीता है। देसाई ने 2006 में ‘द इनहेरिटेंस ऑफ लॉस' के लिए यह प्रतिष्ठित साहित्यिक सम्मान जीता था। इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की दौड़ में शामिल अन्य कृतियों में अमेरिकी-कोरियाई लेखिका सुज़ैन चोई की ‘फ़्लैशलाइट', अमेरिकी-जापानी लेखिका केटी कितामुरा की ‘ऑडिशन', ब्रिटिश-अमेरिकी बेन मार्कोविट्स की ‘द रेस्ट ऑफ़ अवर लाइव्स' और अंग्रेज़ी उपन्यासकार एंड्रयू मिलर की ‘द लैंड इन विंटर' शामिल थीं। पुरस्कार के लिए चयनित किए गए सभी छह लेखकों को 2,500 पाउंड मिलेंगे।

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